अखिलेश यादव और रितेश पाण्डेय (फोटो-सोशल मीडिया)
UP Politics: लोकसभा चुनाव को लेकर जहां एक ओर यूपी में राजनीतिक दलों ने बिगुल फूंक दिया है और अपनी-अपनी तैयारी में लगे हैं तो इसी बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव से बसपा सांसद रितेश पांडेय के बीच हुई मुलाकात ने अटकलों का बाजार गर्म कर दिया है. उनकी इस मुलाकात ने लोकसभा चुनाव से पहले सपा में शामिल होने की तमाम चर्चाओं को हवा दे दी है.
बता दें कि रितेश के पिता राकेश पांडेय सपा विधायक हैं. सोशल मीडिया पर अखिलेश और रितेश पांडेय की मुलाकात की एक तस्वीर वायरल हो रही है जो कि राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है. 2019 में सपा और बसपा के गठबंधन होने पर रितेश पांडे ने बसपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीता था. उनके पिता राकेश पांडे बसपा में थे, लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सपा में शामिल हो गए और अंबेडकर नगर में जलालपुर सीट से जीते.
वहीं इस मामले में हुई बैठक को लेकर सपा प्रवक्ता ने साफ किया है कि विभिन्न राजनीतिक दलों के कई लोग सपा में शामिल होना चाहते हैं और ऐसी बैठकें नियमित होती रहती हैं.
बसपा नेताओं ने कहा कि बैठक एक ‘गंभीर’ मामला है और बसपा अध्यक्ष मायावती आवश्यक कार्रवाई करेंगी, क्योंकि पार्टी के अनुशासन का उल्लंघन कभी बर्दाश्त नहीं किया गया है. तो वहीं इस पूरे मामले को लेकर रितेश पांडे का बयान सामने नहीं आया है, लेकिन अखिलेश के साथ मुस्कुराते हुए वायरल हुई उनकी फोटो मायावती को तगड़ा झटका देने के लिए काफी है. फिलहाल इस सम्बंध में अभी मायावती का भी बयान सामने नहीं आया है.
बता दें कि जो तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, उसमें बीएसपी सांसद रितेश पांडेय अखिलेश यादव के साथ बैठे हैं और और सांसद रितेश पांडेय एक साथ बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं. हालांकि इससे पहले भी बीएसपी सांसद को लेकर अटकलें शुरू हुई थी. तब जौनपुर से सांसद श्याम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी. बीएसपी सांसद और सीएम योगी के बीच ये मुलाकात लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री आवास पर हुई थी. हालांकि बाद में बीएसपी सांसद ने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेट बताया था. जबकि इससे पहले बजट के बाद सांसद ने पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी.
गौरतलब है कि बीएसपी सांसद श्याम सिंह यादव कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल हुए थे. तब भारत जोड़ो यात्रा दिल्ली पहुंची थी. इस दौरान उन्होंने बीएसपी और कांग्रेस के बीच लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के संकेत दिए. हालांकि इसके बाद बीएसपी चीफ मायावती ने गठबंधन की अटकलों पर विराम लगा दिया था. तब उन्होंने अपने जन्मदिन पर एलान किया था कि बीएसपी आगामी चुनाव में अकेले लड़ेगी.
-भारत एक्सप्रेस
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