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UP Politics: यूपी में राज्य स्तरीय पार्टी का दर्जा खो चुकी RLD, अब लोकसभा चुनाव से पहले जमीन तलाशने में जुटी, 19 मई से शुरू करेगी ये अभियान

UP News: निकाय चुनाव में बुरी हार का सामना करने वाली आरएलडी को अब समरसता की याद आई है. इसीलिए 19 मई से 9 जून तक चलाने जा रही अभियान का नाम समरसता अभियान रखा है.

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आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी

सत्य प्रकाश सिंह

UP Politics: यूपी में राज्य स्तरीय पार्टी का दर्जा खो चुकी राष्ट्रीय लोक दल (RLD) अब लोकसभा चुनाव के लिए 19 मई से सूबे में अपनी जमीन तलाशने के लिए उतरेगी. पार्टी मिशन- 2024 को टारगेट रख कर 19 मई से 9 जून तक बड़े स्तर पर यूपी में अभियान चलाने जा रही है. अपने अस्तित्व को बचाने के लिए आरएलडी अब आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से तैयारी में जुट गई है.

निकाय चुनाव के परिणामों के बाद आरएलडी अब 2024 लोकसभा चुनाव के मिशन पर जुट गई है. आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी के नेतृत्व में पार्टी समरसता अभियान चलायेगी. 19 मई से 9 जून तक चलने वाले समरसता अभियान के प्रथम चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत, बड़ौत, धनौरा, नौगावां, फतेहपुर सीकरी, आगरा ग्रामीण, मुरादनगर, मोदीनगर, बिजनौर और चांदपुर विधानसभा क्षेत्र को शामिल किया गया है. इस अभियान में भारी संख्या में पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे और गांव- गांव जाकर लोगों में समरसता का संदेश देंगे.

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आखिरकार आरएलडी को अब ऐसा क्यों लगने लगा कि लोगों में समरसता की जरूरत है. इसका ताजा उदाहरण निकाय चुनाव रहा, जिसमें आरएलडी की मुख्य सहयोगी पार्टी सपा ने मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया था, लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कई महत्वपूर्ण सीटों पर दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवार आमने-सामने हो गये, हालांकि दोनों ही पार्टियों ने विवाद आगे नहीं बढ़ने दिया. लेकिन इसका असर दोनों पार्टियों की सीटों पर साफ तौर पर देखा जा सकता है. यही कारण है कि आरएलडी को अब समरसता की याद आने लगी है.

आरएलडी को खिसकते नजर आ रहे वोटर

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी अच्छी पकड़ रखने वाली आरएलडी को अपने वोटर खिसकते नजर आ रहे हैं. यही वजह है कि पार्टी समरसता अभियान की शुरुआत भी इसी क्षेत्र से करेगी. प्रथम चरण में इस अभियान के तहत पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कई विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया जायेगा. इसके बाद यह अभियान पूरे उत्तर प्रदेश में चलाने की तैयारी है. वहीं 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को टक्कर देने के लिए देश की कई विपक्षी पार्टियां एकजुट होने की कवायद में लगी हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में अपनी खास पकड़ रखने वाली आरएलडी और मुख्य विपक्षी पार्टी सपा कितना गठबंधन धर्म निभाएंगी एक बड़ा सवाल है, लेकिन आरएलडी ने सपा से एक कदम आगे बढ़ाते हुए फिलहाल समरसता अभियान की शुरुआत कर दी है.

-भारत एक्सप्रेस



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