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Varanasi: भीषण गर्मी के कारण बढ़ा मौत का आंकड़ा, काशी में महाश्मशान पर शवदाह के लिए करना पड़ रहा है लोगों को घंटों इंतजार

स्थानीय लोगों का कहना है कि, आम दिनों में मणिकर्णिका घाट पर प्रतिदिन 50 से 60 शवों का अंतिम संस्कार कराया जाता है, लेकिन इन दिनों यह आंकड़ा बढ़कर 100 के पार हो गया है.

Varanasi: भीषण गर्मी के कारण प्रदेश के तमाम जिलों में मौत का आंकड़ा एक सप्ताह के अंदर बढ़ गया है. जहां एक ओर बलिया में दिन पर दिन मौत का सिलसिला तेज हो रहा है और लोगों के भीतर खौफ भर गया है तो वहीं अब ताजा खबर वाराणसी से सामने आ रही है. यहां अचानक मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो गई है. जिससे काशी में महाश्मशान पर लोगों को अंतिम संस्कार के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ रहा है.

भीषण गर्मी के कारण मौत का आंकड़ा बढ़ने से मणिकर्णिका घाट पर शवदाह के लिए नंबर लगाना पड़ रहा है. करीब 2 से 3 घंटे के इंतजार के बाद शवदाह के लिए नंबर आने से शवयात्रा में शामिल लोग भीषण गर्मी के कारण काफी परेशान दिख रहे हैं. स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि भीषण गर्मी में मरने वालों की संख्या बढ़ने के कारण लोगों को लाइन में लगकर अंतिम संस्कार कराना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि, आम दिनों में मणिकर्णिका घाट पर प्रतिदिन 50 से 60 शवों का अंतिम संस्कार कराया जाता है, लेकिन इन दिनों यह आंकड़ा बढ़कर 100 के पार हो गया है, जिससे लोगों को तमाम परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

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लोग बताते हैं कि चिताओं को जलाने और पूरी तरह जलने के बाद उसे ठंडा होने में समय लगता है. एक शव को जलाने में करीब 3 से 4 घंटे का समय लग जाता है. भीषण गर्मी में शवदाह के समय आग की वजह से शवदाह करवाने वाले लोगों को भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. एक तरफ जलती चिताओं की लपटों से बचाव करना होता है, तो वही गर्मी की वजह से पत्थरों के तपने की वजह से श्मशान घाट पर खड़े होने में दिक्कत हो रही है. इस समस्या को लेकर शवयात्रा में शामिल लोगों ने बताया कि कई-कई घंटों लाइन में लगने के बाद नम्बर आ रहा है, जिससे भीषण गर्मी में लोगों को खासी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.

-भारत एक्सप्रेस

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