Bharat Express

Varanasi: रेलवे को मिली 8700 करोड़ की सौगात से बदल जाएगी देश की पूरी तस्वीर, गाजीपुर से लेकर प्रयागराज और वाराणसी को होगा बड़ा लाभ

240 करोड़ की लागत से भटनी-औड़िहार रेलखंड की 125 लंबी लाइन के विद्युतीकरण से इस रूट पर ट्रेनों की स्पीड को और गति मिलेगी व परिचालन बेहतर हो सकेगा.

Train

सांकेतिक तस्वीर

Varanasi: शुक्रवार का दिन यूपी के लिए खास रहा. वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेलवे को 8700 करोड़ की सौगात देकर पूरे देश की तस्वीर ही बदल दी है. उनके द्वारा रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण, विद्युतीकरण, डेडिकेटेड फ्रेड कारिडोर के किए गए लोकार्पण को देश के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है. जहां एक ओर रेलवे ट्रैकों के दोहरीकरण और विद्युतीकरण से प्रयागराज-पीडीडीयू जंक्शन रेलखंड पर पड़ने वाला दबाव कम होगा तो वहीं कारीडोर से कोयला, आयरन, स्टील की ढुलाई आसान होगी.

तो वहीं पूर्वाोत्तर भारत, बिहार एवं पश्चिम बंगाल पहुंचने में लगने वाला समय भी घटेगा. बता दें कि पीएम मोदी ने यूपी में करीब 390 करोड़ की लागत से गाजीपुर सिटी, औड़िहार लाइन का दोहरीकरण और विद्युतीकरण योजना का लोकार्पण किया है, जिससे सारनाथ और वाराणसी के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी और पीडीडीयू जंकक्शन और प्रयागराज लाइन पर लोड कम होगा. इसी के साथ 240 करोड़ की लागत से भटनी-औड़िहार रेलखंड की 125 लंबी लाइन के विद्युतीकरण से इस रूट पर ट्रेनों की स्पीड को और गति मिलेगी व परिचालन बेहतर हो सकेगा. इसी के साथ इंजन बदलने की प्रक्रिया कम होने से यात्रा में लगने वाला समय और संसाधन दोनों की ही बचत होगी.

ये भी पढ़ें- Madhya Pradesh: ‘नीच जाति हो’ कहकर प्रसाद फेंककर दिया, सीधी के बाद अब सतना में दलितों से दुर्व्यवहार

इस रूट पर कम होगा दबाव

बता दें कि इस लोकार्पण के बाद 370 करोड़ की लागत से औड़िहार-जौनपुर के बीच 60 किमी के दोहरीकरण होगा, जिससे पंडित दीदयाल उपाध्याय जंक्शन और प्रयागराज रूट पर दबाव कम होगा. इसी के साथ पूर्वोत्तर भारत बिहार एवं पश्चिम बंगाल में लगने वाले समय में कमी आएगी और यात्री भी अपने गंतव्य तक जल्दी पहुंच सकेंगे.

ट्रेनें नहीं होंगी लेट

बता दें कि पीएम ने 6762 करोड़ की लागत से बनी न्यू डीडीसी से चिरैलापौथु तक 137 किमी. डीएफसी लाइन का लोकार्पण भी किया है, जिस से औद्योगिक इकाइयों को गति मिलेगी और व्यापारियों को भी सुविधा मिलेगी. इसी के साथ रेलवे की लाइन से मालगाड़ियों का दबाव भी कम होगा, जिससे ट्रेनें बिना रूकावट के चल सकेंगे. तो इसी के साथ ट्रेनों की देरी होने में भी अंकुश लग सकेगा. इसी के साथ नई यात्री ट्रेनों के परिचालन को भी शुरू किया जा सकता है. बता दें कि वर्तमान में डीएफसी लाइन पर रोजाना 113 मालगाड़ियां 100 की गति से आ-जा रही हैं. वर्तमान में इससे कोयला, खाद्यान्न सामग्री आदि की ढुलाई की जा रही है.

-भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read