सावन को लेकर हुई पुलिस-प्रशासन की बैठक
सौरभ अग्रवाल
Varanasi: देवाधिदेव महादेव के अति प्रिय सावन मास में उनकी नगरी काशी में दर्शन पूजन के लिए देश के कोने- कोने से भारी संख्या में भक्तों के इस बार पहुंचने की उम्मीद है. इसी को लेकर दावा किया जा रहा है कि इस बार काशी में भीड़ का पिछला सारा रिकॉर्ड टूट जाएगा और पिछले आंकड़े बौने साबित हो जाएंगे. अधिमास के कारण इस वर्ष दो महीने तक श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर श्रद्धालुओं से पटा रहेगा. वाराणसी प्रशासन दो करोड़ श्रद्धालुओं के सावन मास में बाबा के जलाभिषेक के लिए आने का अनुमान लगाकर तैयारियां कर रहा है और इस बड़ी तैयारी को अंतिम रूप देने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा है.
पुख्ता इंतजाम में जुटा प्रशासन
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ आने पर कोई दुर्घटना न हो और भक्तों को अच्छी सुविधाएं भी मिले इसके लिए प्रशासन पूरे शहर में पुख्ता इंतजाम कर रहा है. खासकर, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर और आसपास के करीब दो किलोमीटर की दूरी में सावन मास के दौरान कुछ विशेष नियम लागू रहेंगे. यह व्यवस्था ट्रैफिक, सिक्योरिटी और खानपान को लेकर होगी. इसके साथ ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन की व्यवस्था को सुचारू और सुविधाजनक बनाने के लिए कुछ कड़े नियम लागू करने का भी निर्णय लिया गया है. इसके तहत सावन मास में बाबा के स्पर्श दर्शन पर पूरी तरह रोक रहेगी. भक्तों को गर्भगृह के बाहर से ही बाबा का दर्शन और जल अर्पित करना होगा. टिकट लेकर सुगम दर्शन की व्यवस्था भी सावन के सभी सोमवार को स्थगित रहेगी.
सोमवार को मिलेगा सिर्फ मंगला आरती का टिकट
सावन मास की तैयारियों को लेकर वाराणसी के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में काशी विश्वनाथ धाम के अंदर आला अधिकारियों ने सावन मास में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने और उनके दर्शन- पूजन की अच्छी व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण बैठक की. इसमें यह फैसला लिया गया कि इस बार दो माह के सावन के प्रत्येक सोमवार को बाबा विश्वनाथ के स्पर्श दर्शन पर रोक लगाया जाएगा. सावन के सोमवार को सुगम दर्शन पर भी स्थगित रहेगा, भक्तों के लिए सिर्फ मंगला आरती के टिकट उपलब्ध होंगे. नियमित दर्शनार्थियों के पास पर मिलने वाली सुविधा भी सोमवार को स्थगित रहेगी.
पिछले साल सोमवार को पहुंचे थे करीब 6 लाख श्रद्धालु
मंदिर प्रशासन की तरफ से बताया गया कि अधिमास के चलते 60 दिन तक चलने वाले सावन में इस वर्ष दो करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. पिछले वर्ष सावन के प्रत्येक सोमवार को 5 से 6 लाख श्रद्धालु बाबा का दर्शन करते थे. इस वर्ष इस संख्या में बढ़ोत्तरी होने की संभावना है.
श्रद्धालुओं की सुविधा है प्राथमिकता
वाराणसी के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि सावन में इस बार 8 सोमवार पड़ेंगे और करोड़ों श्रद्धालुओं के काशी में दर्शन- पूजन के लिए आने की उम्मीद है. ऐसे में सुचारू व्यवस्था के लिए कड़े नियम बनाने जरूरी हैं. मंडलायुक्त ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा को प्राथमिकता पर रखते हुए व्यवस्था बनाई जा रही है. श्रद्धालुओं को बाबा का झांकी दर्शन कराने की व्यवस्था की जा रही है और श्रद्धालु बाहर लगे पात्र में जल, दूध अर्पित कर बाबा का अभिषेक कर सकेंगे.
खास को भी नहीं मिलेगा वीआईपी ट्रीटमेंट
सावन मास में वीवीआईपी मूवमेंट सावन भी बढ़ जाता है. ऐसे में आम भक्तों को परेशानी न हो इसलिए सभी विभागों को सावन में वीआईपी विजिट न कराने के लिए पत्र लिखने का भी निर्देश दिया गया है. इसके अलावा पूरे सावन माह गोदौलिया से मैदागिन तक नो व्हीकल जोन रहेगा. वहीं बुजुर्गों, दिव्यांगों को धाम तक पहुंचने के लिए 10 ई-रिक्शे लगाए जाएंगे.
-भारत एक्सप्रेस
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