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औरैया में दलित छात्र की पिटाई से मौत के बाद हिंसक प्रदर्शन,आरोपी शिक्षक निलंबित

यूपी में पिटाई से दलित छात्र की मौत के आरोप में शिक्षक निलंबित

पिटाई से दलित छात्र की मौत

औरैया (उत्तर प्रदेश) – उत्तर प्रदेश के औरैया जिले से एक गंभीर मामला सामने आया है.  जहां एक सरकारी स्कूल के शिक्षक को 15 वर्षीय दलित छात्र की कथित तौर पर पिटाई करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है, जिसकी बाद में आंतरिक चोटों के कारण मौत हो गई. यह जानकारी पुलिस ने दी. घटना 13 सितंबर की है. कक्षा 10 के छात्र ने कक्षा परीक्षा में गलती की थी, जिस कारण उसे पीटा गया.

छात्र की मौत पर हिंसक प्रदर्शन

छात्र की मौत के बाद औरैया में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था. आक्रोशित लोगों ने पुलिस की दो गाड़ियों में आग लगा दी और दो निजी वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया. छात्र के शव को पोस्टमार्टम के बाद जब लाया गया तो प्रदर्शनकारी उसे स्कूल के बाहर रखकर नारेबाजी शुरू कर दी. उन्होंने कथित तौर पर इलाके में मौजूद पुलिस वालों पर पथराव भी किया. बाद में अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर भेजा गया.फिलहाल हालात काबू में हैं.

सोमवार को इटावा के सैफई स्थित उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में इलाज के लिए ले जाते समय छात्र की एंबुलेंस में मौत हो गई. फरार आरोपित शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. जानकारी के अनुसार, औरैया के गांव वैशोली निवासी निखित कुमार जिले के अछल्दा थाना क्षेत्र के फनफूड रोड स्थित आदर्श इंटर कॉलेज में पढ़ता था.

उसके पिता राजू डोहरे ने कहा, “13 सितंबर को सामाजिक विज्ञान के शिक्षक अश्विनी सिंह ने एक कक्षा परीक्षा आयोजित की थी. मेरे बेटे ने ओएमआर सीट में एक के बजाय दो बॉक्स को काला कर दिया था और ‘सामाजिक’ के बजाय ‘समाज’ लिखा था. इससे अश्वनी सिंह नाराज हो गए. उन्होंने मेरे बेटे के बाल पकड़कर बेरहमी से तब तक पीटा, जब तक वह बेहोश होकर जमीन पर नहीं गिर गया.”

उन्होंने बताया कि “एक निजी अस्पताल ले जाने के दौरान उसे होश आया, लेकिन सांस लेने में कठिनाई हुई. डॉक्टरों ने कहा कि उसके अंदरूनी अंगों में चोटें आई हैं. सोमवार को उसे सैफई ले जाया जा रहा था, लेकिन एंबुलेंस में ही उसकी मौत हो गई.”

40,000 रुपये का खर्च

राजू ने बताया”जब हमें पिटाई की जानकारी मिली थी तो हम स्कूल पहुंचे थे. हमें शिक्षक ने धमकी दी थी. जब हमने विरोध किया तो कॉलेज के प्रिंसिपल ने हस्तक्षेप किया और हमें शिक्षक अश्विनी पर कार्रवाई का आश्वासन दिया. बच्चे को इटावा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और शिक्षक ने 40,000 रुपये का खर्च वहन किया था.” बातचीत के दौरान शिक्षक ने मेरे साथ भी दुर्व्यवहार किया और जातिवादी गालियां दीं. हम पुलिस स्टेशन गए और उसके खिलाफ 24 सितंबर को रिपोर्ट दर्ज की गई. हम बाद में बच्चे को घर ले आए, लेकिन उसकी हालत देखकर पुलिस ने उसे इलाज के लिए सैफई ले जाने की कोशिश की लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.”

औरैया के पुलिस अधीक्षक चारु निगम ने बताया कि शिक्षक पर आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. एसपी ने कहा, फरार शिक्षक की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है. औरैया जिला विद्यालयों के निरीक्षक चंद्रशेखर मालवीय ने कहा, “कॉलेज प्रबंधक को शिक्षक को निलंबित करने के आदेश दे दिए गए हैं.”

-आईएएनएस/ भारत एक्सप्रेस

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