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Wayanad Landslide में मृतकों की संख्या 106 हुई, बढ़ सकता है आंकड़ा, Kerala में दो दिन का शोक घोषित

केरल के वायनाड जिले का मेप्पाडी इलाका भूस्खलन से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. मुख्य सचिव ने कहा कि स्थिति ‘बहुत गंभीर’ बनी हुई है, क्योंकि जिस क्षेत्र में भूस्खलन हुआ है, वह अलग-थलग पड़ गया है.

Wayanad Landslide

केरल के वायनाड जिले में 30 जुलाई 2024 को भूस्खलन आया था.

केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. अब यह आंकड़ा 106 पहुंच गया है. प्रभावित क्षेत्रों में कई लोग लापता बताए जा रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है.

केरल के मुख्य सचिव डॉ. वी. वेणु ने मंगलवार (30 जुलाई) को एक बयान में कहा कि राज्य सरकार ने वायनाड के चूरलमाला में हुए भूस्खलन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. इस गंभीर त्रासदी को ध्यान में रखते हुए केरल में मंगलवार और बुधवार को दो दिवसीय आधिकारिक शोक रहेगा. इन दोनों दिनों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और राज्य सरकार के सभी आधिकारिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं.

उन्होंने कहा कि स्थिति ‘बहुत गंभीर’ बनी हुई है, क्योंकि जिस क्षेत्र में भूस्खलन हुआ है वह अलग-थलग पड़ गया है और बचाव तथा राहत दल बारिश और कठिन इलाके के कारण पूरे प्रभावित क्षेत्र में नहीं पहुंच पाए हैं.

सबसे प्रभावित इलाके

केरल के वायनाड के मेप्पाडी इलाके में भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं. अधिकारियों ने वायनाड में तीन राहत शिविर स्थापित किए हैं. केरल के वन मंत्री ससींद्रन नुकसान का आकलन करने और तत्काल प्रतिक्रिया उपायों का समन्वय करने के लिए प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे हैं.

मेप्पाडी में सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके चूरलमाला, वेल्लारीमाला, मुंडकाईल और पोथुकालू हैं. इन इलाकों के स्थानीय लोग जो किसी तरह बच निकलने में कामयाब रहे, वे इस त्रासदी की भयावहता से बेहद सदमे में हैं.

भूस्खलन से वायनाड जिले का मेप्पाडी इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित है.

स्कूल को नुकसान

वेल्लारीमाला में वीएचएसई स्कूल की प्रिंसिपल भव्या अपने छात्रों से संपर्क करने की लगातार कोशिश कर रही हैं. अब तक वह 560 छात्रों से बात कर पाई हैं और 22 से संपर्क नहीं हो पाया है.

उन्होंने कहा, ‘मेरे स्कूल में 582 छात्र हैं. मैं अभी तक 22 से संपर्क नहीं कर पाई हूं. मुझे उम्मीद है कि वे सुरक्षित होंगे और मुझे सिर्फ इतना लगता है कि उनके फोन चार्ज नहीं हो रहे हैं. पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही है. इस भीषण बारिश में हमारे स्कूल को नुकसान हुआ है. मैंने अपने कई शिक्षकों से भी बात की है.’

प्रकृति का कहर

मुंडाकायम एक और इलाका है जो प्रकृति के कहर से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. एनडीआरएफ की टीम इलाके में पहुंच गई है. तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है. यह जगह तबाह हो गई है और कई घर नष्ट हो गए हैं.

सेना, एनडीआरएफ, अग्निशमन बल और पुलिस प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान में लगी हुई है. एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि खराब मौसम, विशेषकर सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में भारी बारिश, बचाव कार्यों में बाधा डाल रही है.

अधिकारियों ने बताया कि भारतीय मौसम विभाग (IMD) द्वारा जारी रेड रेन अलर्ट के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सके. उन्होंने कहा, ‘आज और कल रेड अलर्ट है, इसलिए हमारे हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सकते. इस वजह से हवाई बचाव या हवाई मार्ग से सामग्री गिराने और अन्य सभी काम स्थगित करने पड़े.’

पहुंचने में मुश्किल

एनडीआरएफ अधिकारी ने कहा, ‘ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां खराब मौसम के कारण हम अभी तक नहीं पहुंच पाए हैं. हम ऐसे क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.’

आपदा प्रभावित क्षेत्रों में बचाव प्रयासों के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित सेना के कैनाइन दस्ते को लाने का निर्णय केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन द्वारा किए गए विशेष अनुरोध के बाद लिया गया है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी के हवाले से कहा, ‘कैनाइन प्रजाति के ये कुत्ते आपदा प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को बचाने में विशेषज्ञ हैं और कैनाइन दस्ता जल्द ही वायनाड पहुंच जाएगा.’

मुख्यमंत्री ने क्या कहा

मुख्यमंत्री ने एक पोस्ट में कहा, ‘भूस्खलन के बाद की स्थिति से निपटने और चल रहे राहत प्रयासों की देखरेख के लिए पांच मंत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल वायनाड में भेजा गया है. वन मंत्री एके ससींद्रन नुकसान का आकलन करने और तत्काल प्रतिक्रिया उपायों का समन्वय करने के लिए पहले ही प्रभावित क्षेत्र में पहुंच चुके हैं.’

उन्होंने कहा, ‘मंत्री रामचंद्रन कदन्नापल्ली के जल्द ही जमीनी प्रयासों में शामिल होने के लिए पहुंचने की उम्मीद है. इसके अलावा, राजस्व, लोक निर्माण और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति विभाग के मंत्री तिरुवनंतपुरम से हवाई यात्रा कर रहे हैं और जल्द ही पहुंचेंगे.’

रात 2 बजे हुए भूस्खलन

एक अन्य निवासी शफीक ने बताया कि वह और इलाके के करीब 300 लोग अब एक रिसॉर्ट में रह रहे हैं. हमें बताया गया है कि एनडीआरएफ की टीमें हमारे पास पहुंच गई हैं और हम बचाए जाने का इंतजार कर रहे हैं. उम्मीद करते हैं कि वे जल्दी से जल्दी हमारे पास पहुंच जाएं.

तीन अन्य मंत्रियों के साथ प्रभावित क्षेत्रों के लिए रवाना हुए राज्य के राजस्व मंत्री के. राजन ने कहा कि एमईजी बेंगलुरु से टीमों और राज्य की राजधानी से सेना की एक टीम को हवाई मार्ग से वहां पहुंचाया जा रहा है. कोच्चि से 50 सदस्यीय नौसेना दल भी वायनाड पहुंच रहा है. बताया जा रहा है कि भूस्खलन रात करीब 2 बजे हुआ.

प्रधानमंत्री ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना को लेकर चिंता व्यक्त की और हर मृतक के परिवार के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की, साथ ही घायलों के लिए 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की.

एक ट्वीट में उन्होंने क​हा, ‘वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं. मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं. प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान अभी चल रहा है. केरल के मुख्यमंत्री श्री पिनराई विजयन से बात की और वहां की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया.’

राहुल गांधी ने संवेदना व्य​क्त की

इस बीच विपक्ष के नेता और वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की. उन्होंने लोकसभा को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार से बचाव और चिकित्सा देखभाल के लिए सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने और मृतकों के परिवारों को तुरंत मुआवजा जारी करने का आग्रह किया, साथ ही मुआवजे की राशि में वृद्धि का सुझाव दिया.

एक पोस्ट में राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं वायनाड में मेप्पाडी के पास हुए भीषण भूस्खलन से बहुत दुखी हूं. मेरी हार्दिक संवेदनाएं उन शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. मुझे उम्मीद है कि जो लोग अभी भी फंसे हुए हैं उन्हें जल्द ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा. मैंने केरल के मुख्यमंत्री और वायनाड के जिला कलेक्टर से बात की है, जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि बचाव अभियान जारी है.’

-भारत एक्सप्रेस



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