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2024 के लिए कांग्रेस का पीएम उम्मीदवार कौन? कांग्रेस नेता Shashi Tharoor ने बता दिया

इंडिया गठबंधन की अब तक चार बैठकें हो चुकी हैं. पटना, बेंगलुरु और मुंबई में बड़े नेताओं की बैठक के अला…अलावा कोऑर्जडिनेशन कमेटी की बैठक नई दिल्ली में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के आवास पर भी हुई थी. इन चार बैठकों के बाद प्रधानमंत्री पद के लिए चेहरे की क्या बात करें. सीट शेयरिंग का फॉर्मूला भी नहीं निकल पाया है.

Shashi Tharoor

Shashi Tharoor

Shashi Tharoor: लोकसभा चुनाव 2024 में केंद्र सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए INDIA गठबंधन ने कमर कस ली है. हालांकि, विपक्ष की ओर से पीएम फेस कौन होगा इस पर अभी तक फैसला नहीं हो पाया है. इस बीच कांग्रेस नेता शशि थरूर ने बता दिया है कि अगर 2024 के लोकसभा चुनावों में INDIA गठबंधन सत्ता में आता है तो कांग्रेस भारत के प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी या पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को नामित कर सकती है. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि 2024 के आम चुनावों के नतीजे आश्चर्यजनक हो सकते हैं .

INDIA के नेताओं को किसी को चुनना होगा: थरूर

थरूर ने कहा, “इसलिए हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा. मुझे लगता है कि एक बार परिणाम आ जाएगा, तो क्योंकि यह एक गठबंधन है और एक पार्टी नहीं है, उन पार्टियों के नेताओं को एक साथ आना होगा और किसी को चुनना होगा.” उन्होंने कहा, “लेकिन मेरा अनुमान है कि कांग्रेस पार्टी से या तो खड़गे होंगे, जो भारत के पहले दलित प्रधानमंत्री होंगे, या राहुल गांधी.

गौरतलब है कि कोऑर्डिनेशन कमेटी को भी जोड़ लें तो इंडिया गठबंधन की अब तक चार बैठकें हो चुकी हैं. पटना, बेंगलुरु और मुंबई में बड़े नेताओं की बैठक के अला…अलावा कोऑर्जडिनेशन कमेटी की बैठक नई दिल्ली में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के आवास पर भी हुई थी. इन चार बैठकों के बाद प्रधानमंत्री पद के लिए चेहरे की क्या बात करें. सीट शेयरिंग का फॉर्मूला भी नहीं निकल पाया है.

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जातीय जनगणना कराके नीतीश ने खेला बड़ा कार्ड!

हाल ही में, बिहार में नीतीश कुमार सरकार ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ में होने वाले महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों से कुछ महीने पहले गांधी जयंती पर बिहार जाति जनगणना प्रकाशित करके एक बड़ा कार्ड खेला है. 2024 के लोकसभा चुनाव को नहीं भूलना चाहिए! जाति-आधारित सर्वेक्षण का आदेश पिछले साल तब दिया गया था जब केंद्र की मोदी सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया था कि वह जनगणना के हिस्से के रूप में एससी और एसटी के अलावा अन्य जातियों की गिनती नहीं कर पाएगी.

-भारत एक्सप्रेस

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