रईस गजनवी
Rais Ghaznavi: बिहार की राजधानी में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद माफिया अतीक अहमद के समर्थन में जमकर नारे लगाए गए. बताया जाता है कि पटना में जामा मस्जिद के पास शुक्रवार को नमाज पढ़ने के बाद कुछ लोग बाहर निकाले और ‘अतीक अमर रहे’ की नारेबाजी की. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के विरोध में भी जमकर नारे लगे. बताया जा रहा है कि रईस गजनवी नामक शख्स ने मस्जिद के बाहर नारेबाजी शुरू की. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
इसके बाद नारा लगाने वालों ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अतीक और उसके भाई की हत्या पूर्व नियोजित है. नारेबाजी करने वालों ने अतीक को शहीद तक बता दिया. वहीं अतीक के समर्थन में नारेबाजी के बाद पूरे इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जामा मस्जिद के पास ही रईस की दुकान है और वह बैग बेचने का काम करता है.
रईस को तलाश रही पुलिस
बताया जा रहा है कि सबसे पहले रईस गजनवी ने ही अतीक के समर्थन में नारे लगाए थे और पुलिस को आता देख फरार हो गया. पुलिस उसको पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चला रही थी. उसकी दुकान के बाहर भी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं. वहीं बिहार भाजपा ने भी अपने ट्विटर हैंडल से इस वीडियो को ट्वीट किया है. साथ ही भाजपा ने लिखा है कि जब सरकार में बैठ गए हो नकारे, तो माफियाओं के क्यों ना लगे नारे.
जब सरकार में बैठ गए हो नकारे,
तो माफियाओं का क्यों ना लगे नारे!#JungleRaj#MafiaRaj pic.twitter.com/6TZc42sdJH— BJP Bihar (@BJP4Bihar) April 21, 2023
इसके पहले, प्रयागराज में कांग्रेस के पार्षद राजकुमार उर्फ रज्जू भैया ने अतीक अहमद को शहीद बताते हुए उसे भारत रत्न देने की मांग तक कर डाली थी. राजकुमार उर्फ रज्जू भैया ने सवाल किया था कि अगर मुलायम सिंह यादव को पद्म सम्मान दिया जा सकता है तो अतीक को भारत रत्न क्यों नहीं दिया जा सकता है.
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राजकुमार उर्फ रज्जू भैया ने अतीक की कब्र पर तिरंगा भी रखा था. इसका वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस पार्टी ने राजकुमार उर्फ रज्जू भैया को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था. वहीं इस मामले में केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने रज्जू भैया को हिरासत में ले लिया.
-भारत एक्सप्रेस
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