नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
20वीं सदी के 14वें बरस के पांचवें महीने की 26 तारीख को जब नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे थे, तो कोई नहीं जानता था कि आने वाले समय में ये शख्स पूरी दुनिया में अपने नेतृत्व का डंका बजवाएगा. कोई नहीं जानता था कि एक छोटे से भी अभियान को जनआंदोलन में बदलने की क्षमता नरेंद्र मोदी के पास है. प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता धीरे-धीरे सातवें आसमान पर पहुंच गई. उनको सुनने के लिए रैलियों में लाखों की भीड़ उमड़ने लगी. देखते ही देखते पीएम मोदी की अगुवाई में बीजेपी पूरे देश में छा गई और तमाम राज्यों में बीजेपी ने विधानसभा चुनावों में अपनी जीत का परचम लहराना शुरू कर दिया. इसके अलावा पीएम मोदी ने देश में कई ऐसी योजनाओं का ऐलान किया जिन्हें जनता के साथ मिलकर उसे जनआंदोलन में परिवर्तित कर दिया, जिसका व्यापक असर और परिणाम सामने आए.
पूरा विश्व मान रहा प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता का लोहा
पीएम मोदी के नेतृत्व का कमाल है कि विश्व पटल पर भारत को एक नई पहचान मिली है. आज पूरी दुनिया भारत की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देख रही है. जब भी कोई मुसीबत या प्राकृतिक आपदा आती है तो विश्व के बड़े से बड़े विकसित देश भी भारत की तरफ मदद की आस लगा लेते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सियासी आभामंडल की चमक के आगे विपक्ष की सारी रणनीति चंद मिनटों में धराशायी हो जाती है. पीएम मोदी की लोकप्रियता और लीडरशिप का लोहा पूरा विश्व मान रहा है, उनकी विदेश नीति ने पिछले 9 सालों में भारत के बढ़ते कदमों की आहट पूरी दुनिया में सुनाई है.
पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम का जिक्र
अब पीएम मोदी की पॉपुलैरिटी को लेकर ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने एक रिपोर्ट छापी है, जिसमें उनकी इस प्रसिद्धि में चार चांद लगाने में मन की बात कार्यक्रम ने अहम भूमिका निभाई है. मुजीब मशाल की लिखी इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पीएम मोदी का मन की बात कार्यक्रम हर महीने रेडियो पर प्रसारित किया जाता है. जिसमें जनहित से जुड़े तमाम मुद्दे और राष्ट्र के उत्थान के लिए प्रसारित की जाती हैं, जो स्थानीयता को राष्ट्रीय और वैश्विक पटल से जोड़ता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने इस शो में छोटे से छोटे मुद्दों को भी गंभीरता से उठाते हैं और उसपर देशभर के लोगों से राय भी लेते हैं, साथ ही कुछ चुनिंदा लोगों से बात भी करते हैं जो देश के विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं.
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जनता से कनेक्ट होने की कला में माहिर हैं पीएम
रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि प्रधानमंत्री मोदी को इसलिए लोग नहीं पसंद कर रहे हैं कि वो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के पीएम हैं, बल्कि ये भारतीय जनमानस पर उनके प्रभाव की वजह से है. जो भारतीयता और पारंपरिक विरासत को बयां करते हैं. आगे लिखा गया है कि पीएम मोदी के इस आधे घंटे के शो ने उन्हें भारत की भूमि पर सर्वव्यापी बना दिया है. प्रधानमंत्री मन की बात कार्यक्रम में अलग-अलग किरदारों में भी नजर आते हैं. कभी शिक्षक तो कभी युवाओं के मित्र बन जाते हैं. जनता से सीधे और सरल तरीके से कनेक्ट होने की कला में माहिर पीएम का कोई तोड़ नहीं है.
सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं प्रधानमंत्री
इसके अलावा ये भी कहा गया है कि इन सबसे इतर पीएम मोदी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं, जिसके माध्यम से वे सरकार की नीतियों और उपलब्धियों को देश की जनता से साझा करते रहते हैं. इन उपलब्धियों को जनता तक कैसे पहुंचाया जाए, जिससे लोग सीधा उनसे जुड़ जाएं, इसको लेकर उनके अंदर अद्भुत महारत है. किसी भी संदेश या फिर मुद्दे को चंद मिनटों में करोड़ों लोगों तक पहुंचाने में उनका कोई तोड़ नहीं है. जिसका उदाहरण बैंक में जनधन योजना के तहत खोले गए खाते, कोरोना के दौरान वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता और स्वच्छता को लेकर चलाए गए अभियान शामिल हैं. जिसने आम जनमानस को सीधे इस जनआंदोलन से जोड़ दिया.
-भारत एक्सप्रेस
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