अवार्ड लौटने जा रही विनेश फोगाट
महिला पहलवान विनेश फोगाट को पीएम कार्यालय जाते समय रोक दिया गया है. वह PMO अपना अर्जुन अवार्ड लौटने जा रही थीं. तभी उन्हें पुलिस ने रास्ते में ही आगे जाने से रोक दिया. ऐसे में खिलाड़ी ने अर्जुन अवार्ड कर्तव्य पथ पर ही छोड़ दिया. विनेश फोगाट ने कुछ दिनों पहले ही अपना खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार सरकार को वापस करने का फैसला लिया था. विनेश फोगाट ने अपना खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड पुरस्कार कर्तव्य पथ बैरिकेड्स पर छोड़ दिया. बता दें कि इससे पहले पहलवान बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री अवॉर्ड वापस कर दिया था.
बजरंग पूनिया भी लौटा चुके हैं अवार्ड
हालांकि, विनेश फोगाट द्वारा छोड़े गए खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार को बाद में पुलिस ने वहां से उठा लिया. बजरंग पूनिया ने इस मामले का वीडियो अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया है. बता दें कि इसी महीने की 22 तारीख को बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री अवॉर्ड लौटा दिया था. वहीं उन्होंने पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी थी. साक्षी मलिक के संन्यास की घोषणा के बाद बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री लौटाया था.
बजरंग पूनिया ने एक वीडियो एक्स (पहले ट्विटर) पर शेयर करते हुए लिखा कि ‘यह दिन किसी खिलाड़ी के जीवन में न आए. देश की महिला पहलवान सबसे बुरे दौर से गुज़र रही हैं.’
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बृजभूषण पर महिला पहलवानों ने लगाया था आरोप
विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया के अलावा कई अन्य महिला खिलाड़ियों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. वहीं इसे लेकर दिल्ली में पहलवानों ने धरना भी दिया था.बता दें कि भारतीय कुश्ती संघ के 21 दिसंबर को हुए चुनाव में संजय सिंह को नया अध्यक्ष चुना गया था. इसी का विरोध करते हुए साक्षी मलिक ने उन्हें भी बृजभूषण जैसा बताते हुए कुश्ती से संन्यास ले लिया था. हालांकि, खेल मंत्रालय ने संविधान के प्रावधानों का पालन नहीं करने के लिए डब्ल्यूएफआई के नवनिर्वाचित पैनल को निलंबित भी कर दिया था.
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