Bharat Express

UP News: “साजिश से हुई बेटे की हत्या”, पिता ने पुलिस को आनलाइन भेजी तहरीर, लिखा 6 दोस्तों का नाम

Aligarh: अगस्ते चौहान मौत मामले में पिता ने तहरीर में छह दोस्तों का नाम शामिल किया है. फिलहाल व्हाट्सएप के जरिए पुलिस को भेजी गई तहरीर पर अभी अभियोग पंजीकृत नहीं हुआ है.

UP News

फोटो सोशल मीडिया

UP News: उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेस-वे पर राइडिंग के दौरान यूट्यूबर अगस्ते चौहान की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है. पुलिस जिसे हादसा बता रही थी, पिता जितेंद्र सिंह चौहान ने उसी घटना को साजिश करार दिया है और अलीगढ़ पुलिस को आनलाइन तहरीर भेजी है. जिसमें अगस्ते के 6 दोस्तों का नाम शामिल किया गया है और आरोप लगाया गया है कि साजिश के तहत अगस्ते की हत्या की गई है.

इस पूरे मामले में पिता ने पुलिस से गहन जांच की मांग की है. फिलहाल इस तहरीर पर पुलिस ने रविवार देर रात तक अभियोग पंजीकृत नहीं किया. हालांकि पुलिस को पिता के आने का इंतजार है. सम्भावना जताई जा रही है कि सोमवार को थाना टप्पल पहुंच सकते हैं. इसके बाद पुलिस उन्हें अगस्ते का कैमरा, वीडियो आदि भी दिखाएगी. इसके बाद निर्णय लिया जाएगा.

बता दें कि देहरादून के कनाट प्लेट निवासी अगस्ते तीन मई को दिल्ली से यमुना एक्सप्रेस-वे पर आगरा की तरफ राइड पर निकले थे. उनके साथ में अन्य रेसर आमिर माजिद, हरीश, जाहिर व सूरज थे. बैकअप कार में दो दोस्त और थे. जानकारी सामने आई थी कि, सभी जेवर टोल से लौट गए थे, लेकिन अगस्ते और आमिर आगरा की तरफ बढ़ गए थे. कुछ दूर जाकर टप्पल क्षेत्र में यूटर्न लिया और फिर प्वाइंट 47 पर अगस्ते की मौत हो गई थी. उनके सिर्फ सिर में चोट आई थी और हेलमेट टूट गया था.

पुलिस ने दी थी दुर्घटना सूचना, दोस्तों ने नहीं

बता दें कि इस मामले में पुलिस ने पिता को सूचना दी थी, जबकि साथ में जो दोस्त थे उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी थी. इसी के बाद पिता ने हत्या की आशंका जताई है. पुलिस ने बताया कि एक्सप्रेस-वे पर बाइक के घिसटने के निशान थे. बाइक का हैंडल, एक्जास्ट, फुटरेस्ट टूटा था. इस पर पुलिस ने सड़क दुर्घटना बताकर पिता जितेंद्र को सूचना दी थी. तो वहीं पिता ने हत्या की आशंका पहले ही जता दी थी. टप्पल थाना प्रभारी को वाट्सएप पर भेजी गई तहरीर में पिता ने आमिर माजिद, शेख जहीर, सूरज वर्मा, हेरिस खान, बियर बाइकर सैमी (सैमी घोष) और राइडर हिराक का नाम शामिल किया है. ये भी दिल्ली में भी अगस्ते के साथ थे.

अगस्ते की मौत के बाद दोस्तों ने किया गुमराह

सूत्रों के मुताबिक, तीन मई को सुबह छह बजे अगस्ते दोस्तों के साथ कीर्तिनगर के बी ब्लाक के होटल रायल सैफरोन से राइड पर निकला था. उसकी गाड़ी के हैंडल पर 360 डिग्री कैमरा और हेलमेट में भी कैमरा लगा था. पिता ने मीडिया को बताया कि करीब साढ़े 11 और 12 के बीच में उन्हें फोन आया और बेटे के साथ हादसा होने की जानकारी मिली. पिता ने बताया कि उस समय वह मेरठ से दिल्ली के रास्ते पर थे. उनको बताया गया कि हादसा साढ़े नौ और 10 के बीच हुआ था. उन्होंने बताया कि अगस्ते के साथ हुए हादसे की जानकारी पुलिस से उनको मिली. उसके साथ मौजूद दोस्तों ने इसकी जानकारी नहीं दी थी. पिता ने आरोप लगाया कि काफी देर बाद आमिर का फोन आया और गुमराह कर अलग-अलग बातें करता रहा. तो वहीं बाकी दोस्तों के नंबर बंद आ रहे थे.

पिता ने ये जताया है संदेह

मीडिया से बात करते हुए अगस्ते के पिता ने कहा कि बाइक देखने पर मालूम हुआ है कि हैंडल पर लगा कैमरा गायब था. तो वहीं बाइक में मामूली खरोंच थी. अगर एक्सीडेंट होता तो वह बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होती, लेकिन ऐसा नहीं था. तो वहीं अगस्ते के शरीर पर भी कोई चोट का निशान नहीं था. देखने पर नहीं लग रहा कि बाइक फिसलने से हासदा हुआ है. इस पर पिता ने कहा कि उनको पूरा अंदेशा है कि अगस्ते की हत्या हुई है. उन्होंने बाइक पर लगे कैमरे और बाकी वस्तुओं को बरामद कर जांच करने की मांग भी पुलिस से की है.

पिता ने पुलिस के दावों का किया खंडन

हादसे के दिन को लेकर पुलिस ने पिता को बताया था कि, अगस्ते के हेलमेट पर लगे गो प्रो कैमरा मिला, जिसमें बाइक की स्पीड 294 तक दिखी है. वहीं अगस्ते हेलमेट को लेकर परेशानी भी बता रहे थे. इस वजह से पुलिस का मानना है कि हेलमेट में गड़बड़ी के चलते तेज रफ्तार में बाइक लड़खड़ाई होगी और फिर दुर्घटना हुई होगी. वहीं पिता का कहना है कि बाइक की स्पीड पर संशय पर है. 294 की स्पीड का यह हादसा नहीं हुआ है.

ये भी पढ़ें- Umesh Pal Murder Case: अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता परवीन घोषित हुई “माफिया”, पुलिस ने कहा, साथ रखती है शूटर्स

एसपी देहात पलाश बंसल ने बताया कि अब तक की जांच से लग रहा है कि अगस्ते चौहान की मृत्यु सड़क दुर्घटना में हुई है. उनकी बाइक 294 की स्पीड तक गई थी. अगस्ते के पिता ने शनिवार को व्हाट्सएप तहरीर भेजी है. पिता सोमवार को आएंग. इसके बाद उन्हें पूरे साक्ष्य दिखाए जाएंगे. अगर वो चाहते हैं तो अभियोग भी पंजीकृत किया जाएगा. इसके बाद आगे की जांच की जाएगी.

-भारत एक्सप्रेस

Also Read