
मनीष कश्यप
Manish Kashyap Resign BJP: बिहार के चर्चित यूट्यूबर और बीजेपी नेता मनीष कश्यप ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है. उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर एक खबर दिखाने के बाद FIR दर्ज होने से नाराज होकर यह फैसला लिया. शुक्रवार को वह आधिकारिक रूप से इस्तीफा देंगे और फिर पुलिस के सामने सरेंडर करेंगे.
गुरुवार रात 27 मार्च 2025 को मनीष कश्यप ने एक्स (X) पर एक वीडियो शेयर किया. इसमें उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा देने और खुद को पुलिस के हवाले करने की बात कही. उन्होंने बताया कि सारण पुलिस ने उनके चैनल के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
मनीष कश्यप का वीडियो वायरल
वीडियो में मनीष कश्यप कहते हैं, “मेरे लिए यह गुड न्यूज़ है कि सारण पुलिस ने FIR की है. मैंने एसपी से बात की. अब मुझे गिरफ्तारी देनी होगी… मैं कल सारण पहुचूंगा और खुद को पुलिस के हवाले करूंगा.”
मनीष कश्यप के चैनल पे हुवा FIR, दिघवारा का खबर चलाने है आरोप। कल देंगे BJP से इस्तीफा और उसके बाद गिरफ़्तारी।
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— Manish Kasyap Son Of Bihar (@ManishKasyapsob) March 27, 2025
उन्होंने पुलिस पर निशाना साधते हुए कहा, “शराब बेचना ठीक है, बालू में घोटाला सही है, लेकिन हम अगर सच्चाई दिखाते हैं तो हम पर कार्रवाई होती है? महिलाओं को नंगा कर पीटा गया, लेकिन हमने खबर चलाई तो एकतरफा बता दिया गया?”
बताई बीजेपी छोड़ने की वजह
छपरा के साइबर थाना में 11 यूट्यूब चैनलों पर गलत खबर फैलाने का मामला दर्ज किया गया, इसमें मनीष कश्यप का नाम भी शामिल था. इस कार्रवाई से नाराज होकर उन्होंने फेसबुक लाइव आकर पार्टी छोड़ने का ऐलान किया.
गौरतलब है कि मनीष कश्यप ने पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी जॉइन की थी. उन्होंने दिल्ली में पार्टी की सदस्यता ली थी और जेपी नड्डा व पीएम नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी. उस वक्त उन्होंने कहा था कि यह फैसला उन्होंने अपनी मां के कहने पर लिया था.
पहले भी विवादों में रहे हैं मनीष कश्यप
यह पहली बार नहीं है जब मनीष कश्यप विवादों में आए हों. मार्च 2023 में उन्होंने बेतिया में सरेंडर किया था. उस वक्त तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले का फर्जी वीडियो वायरल करने का आरोप उन पर लगा था. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया था.
गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने बिहार छोड़ दिया था, लेकिन पुलिस ने कई जगह छापेमारी की. 18 मार्च 2023 को जब पुलिस ने उनके घर की कुर्की शुरू की, तब उन्होंने बेतिया थाने में आत्मसमर्पण कर दिया, बाद में EOU की टीम ने उन्हें पटना लाकर पूछताछ की और जेल भेज दिया.
अब एक बार फिर वह गिरफ्तारी देने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि कोई यह न कहे कि बीजेपी की वजह से उन्हें बचाया गया. इसलिए उन्होंने पहले पार्टी छोड़ने का फैसला लिया है.
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-भारत एक्सप्रेस
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