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1,161 करोड़ रुपये दान कर HCL के संस्थापक देश के नंबर वन दानवीर, अंबानी और अडानी तो काफी पीछे हैं

शिव नाडर बने देश के सबसे बड़े दानवीर

शिव नाडर बने देश के सबसे बड़े दानवीर

HCL Technologies के संस्थापक शिव नाडर (Shiv Nadar) दानदाताओं की फेहरिस्त में सबसे ऊपर पहुंच गये हैं. इस मामले में उन्होंने अजीम प्रेमजी सहित कईयों को पीछे छोड़ दिया है.इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने सालभर के भीतर 1,161 करोड़ रुपये दान किए हैं और India’s Most Generous की उपाधि पर एक बार फिर अपना दावा मजबूत किया है. मीडिया के हवाले से ये जानकारी निकलकर सामने आई है कि 77 साल के शिव नाडर हर रोज 3 करोड़ रुपये का दान करते हैं. इस प्रकार ‘भारत के सबसे उदार’ व्यक्ति के खिताब में उनका नाम शामिल हो गया है.

अगर विप्रो(Wipro) के संस्थापक अजीम प्रेम जी की बात करें तो वह इस साल दानदाताओं की लिस्ट में दूसरे नंबर पर आ चुके हैं.पिछले दो साल से वह लगातार इस लिस्ट में सबसे ऊपर थे .अजीम प्रेमजी ने 484 करोड़ रुपये का वार्षिक दान दिया है. भारत के सबसे अमीर व्यक्ति 60 साल के गौतम अडाणी को भी लिस्ट में सातवां स्थान मिला है.

दरअसल, ‘एडलगिव हुरुन इंडिया परोपकार लिस्ट’ के मुताबिक भारत में कुल 15 व्यक्तियों ने 100 करोड़ रुपये से अधिक का वार्षिक दान दिया है. इसके बाद 20 व्यक्तियों ने 50 करोड़ रुपये से अधिक का दान दिया और इसके बाद 43 व्यक्तियों ने 20 करोड़ रुपये से अधिक का दान दिया है.

मीडिया में ये जानकारी भी निकलकर सामने आयी है कि लार्सन एंड टुब्रो के समूह चेयरमैन 80 साल के हैं. ए एम नाइक ने 142 करोड़ रुपये का दान दिया और इस तरह वह देश के सबसे उदार पेशेवर प्रबंधक बन गये हैं. जेरोधा के नितिन कामत और निखिल कामत ने अपने दान को 300 % बढ़ाकर 100 करोड़ रुपये कर दिया है.

माइंडट्री के सह-संस्थापक सुब्रतो बागची और एन एस पार्थसारथी शीर्ष 10 दानदाताओं में शामिल हैं. इनमें से सभी ने 213 करोड़ रुपये दान दिए है.क्वेस कॉरपोरेशन के चेयरमैन अजीत इसाक ने भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), बेंगलुरु को 105 करोड़ रुपये दान में दिए है. वह दानियों की सूची में 12वें स्थान पर रहे.

इंडिगो एयरलाइंस के सह-प्रवर्तक राकेश गंगवाल ने आईआईटी, कानपुर को 100 करोड़ रुपये दान में दिये है. पिछले 5 सालों में 100 करोड़ रुपये से अधिक देने वाले दाताओं की संख्या 2 से बढ़कर 15 हो गई है. हुरुन इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा, ”अरबपति परोपकार के कार्यों में शामिल रहते हैं और मुझे उम्मीद है कि ये संख्या अगले 5 सालों में कम से कम दोगुनी हो जाएगी.”

6 महिलाएं शामिल

इंफोसिस के नंदन नीलेकणि, क्रिस गोपालकृष्णन और एस डी शिबूलाल ने 9वें, 16वें और 28वें स्थान पर रहते हुए 159 करोड़ रुपये, 90 करोड़ रुपये और 35 करोड़ रुपये का दान दिया है. इस साल सूची में 19 नये नाम जोड़े गए, जिन्होंने कुल 832 करोड़ रुपये का दान दिया है. इस साल की सूची में 6 महिलाएं शामिल हैं और 120 करोड़ रुपये के दान के साथ 63 साल के रोहिणी नीलेकणी देश की सबसे परोपकारी महिला के रूप में सामने आयी हैं.

-भारत एक्सप्रेस



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