सपा की गोला उपचुनाव में हार पर मायावती ने ली चुटकी
गोला गोकर्णनाथ उपचुनाव में सपा और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर देखी जा रही थी. लेकिन अंत में बीजेपी की जीत हुई और सपा की हार. अखिलेश यादव के उम्मीदवार विनय तिवारी की हार के बाद यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी की अध्यक्ष मायावती ने जमकर चुटकी ली है.
रविवार को गोला गोकर्णनाथ विधानसभा उपचुनाव सीट के नतीजे आ गए हैं. चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार अमन गिरी की जीत हुई. लेकिन नतीजे आने के बाद सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव के दौरान बीजेपी के ऊपर चुनाव आयोग के नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा दिया. अखिलेश यादव ने अपने ऑफिशियल ट्विवटर
अकाउंट से लिखा कि, ‘विधानसभा उपचुनाव में सरकार ने लोकतंत्र को पराजित किया है’.
चुनाव के नतीजों के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने अखिलेश यादव से जमकर चुटकी ली है. मायावती ने अपने ट्विटर अकाउंट से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से चुटकी लेते हुए कहा है कि,”यूपी के खीरी का गोला गोकर्णनाथ विधानसभा उपचुनाव भाजपा की जीत से ज्यादा सपा की 34,298 वोटों से करारी हार के लिए काफी चर्चाओं में है. बीएसपी जब अधिकांशतः उपचुनाव नहीं लड़ती है और यहां भी चुनाव मैदान में नहीं थी, तो अब सपा अपनी इस हार के लिए कौन सा नया बहाना बनाएगी?”
रामपुर- मैनपुरी चुनाव के लिए कसा तंज
यूपी की राजनीति में सपा और बसपा 2 प्रमुख राजनीतिक दल हैं. दोनों लंबे समय तक प्रदेश की सत्ता पर काबिज रही हैं. लेकिन 2017 विधानसभा चुनाव और फिर 2022 विधानसभा चुनाव में प्रदेश में बीजेपी का कमल खिलने के बाद दोनों पार्टियां अपना वजूद तलाशने में लगी हुई हैं. ऐसे में दोनों बीजेपी के साथ-साथ एक-दूसरे पर भी मौका मिलते ही हमलावार हो जाती हैं.
गोला उपचुनाव में सपा की करारी हार के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने अखिलेश यादव को आगे के उपचुनावों के लिए भी अभी से चेता दिया है. मायावती कि बातों से ऐसा नजर आ रहा है कि वो अखिलेश यादव को इशारों ही इशारों में यह समझाना चाह रही हैं कि बाकी के 2 जिले एक तो दिवंगत मुलायम सिंह यादव का गढ़ मैनपुरी और दूसरा पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की विधायकी जाने के बाद खाली हुई रामपुर सीट पर भी सपा की साइकिल पंचर हो सकती है. मायावती ने ट्विट में इस ओर इशारा करते हुए लिखा कि, ‘अब अगले महीने मैनपुरी लोकसभा और रामपुर विधानसभा के लिए उपचुनाव में आजमगढ़ की तरह ही सपा के सामने अपनी इन पुरानी सीटों को बचाने की चुनौती है.’
-भारत एक्सप्रेस