हस्तरेखा (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Lucky sign on palm: हाथ की रेखाएं अगर कुछ खास तरह के निशान बनाती हैं तो इसका मतलब है कि व्यक्ति के जीवन में भी कुछ खास है या होने वाला है. हस्तरेखा शास्त्र के जानकारों के अनुसार हथेली पर बने मछली, स्वस्तिक, कमल, झंडा और मंदिर जैसे कुछ निशान को अत्यंत शुभ माना जाता है. यह आपके व्यक्तित्व से लेकर भविष्य में आने वाले अहम पड़ाव को भी बतलाते हैं.
सदियों पहले से हाथ की रेखाओं को देखकर इसके जानकारों द्वारा व्यक्ति का भूतकाल और भविष्य बताया जाता रहा है. हाथ पर बने कुछ शुभ निशान ऐसे होते हैं, जिन्हें देखकर हस्तरेखा शास्त्र के जानकार आपके व्यक्तित्व और भविष्य में होने वाली महत्वपूर्ण घटनाओं को बता सकते हैं. इस तरह के कुछ निशान अगर आपकी हथेली पर हैं तो आप भी भाग्यशाली हो सकते हैं. आप चाहें तो इन्हें थोड़ी सी कोशिश करने पर आसानी से पहचान भी सकते हैं. हस्तरेखा शास्त्र में झंडा, कमल, स्वास्तिक, मछली और मंदिर जैसे कुछ निशान बेहद ही शुभ माने जाते हैं. इन निशान को पहचानकर व्यक्ति अपने जीवन से जुड़ी कुछ जरूरी बातों को जान सकता है. आइए जानते हैं हस्तरेखा शास्त्र के जानकार ऐसे निशान के बारे में क्या कहते हैं.
स्वास्तिक का निशान है खास
स्वास्तिक का निशान हिंदू धर्म में काफी पवित्र माना जाता है. किसी भी शुभ काम में इस तरह के निशान देखे जा सकते हैं. इसकी आकृति को एक लकी साइन के रूप में देखा जाता है. अगर आपकी हथेली पर दो जगहों में से किसी एक जगह पर भी यह निशान है तो आप लकी हो सकते हैं. दो जगहों में से पहली जगह है गुरु पर्वत पर यानी तर्जनी उंगली के नीचे और दूसरी जगह है बुध पर्वत पर यानी अंगूठे के नीचे. गुरु पर्वत पर इस निशान के होने पर व्यक्ति की रुचि अध्यात्म और धर्म-कर्म के क्षेत्र में रहती है. वहीं बुध पर्वत पर ऐसा निशान होने पर व्यक्ति के धन और संपत्ति में बढ़ोतरी होती है. ऐसे लोग दानवीर भी होते हैं.
ये भी पढ़ें: Palmistry: हाथ की यह रेखा बताएगी कितने दौलतमंद होंगे आप
जानें क्या मतलब है मछली के निशान का
ऐसा निशान अगर कलाइयों पर बनी रेखा के एकदम नीचे हथेली पर (केतु या चंद्र के पर्वत पर) होता है तो मान्यता के अनुसार ऐसे लोगों के जीवन में धन की कोई कमी नहीं रहती है. धर्म की ओर भी इनका क्षुकाव रहता है और यह अपना जीवन शांति पूर्वक बिताना पसंद करते है. ऐसे लोगों को नदी, तालाब और समुद्र जैसी अधिक पानी वाली जगहों पर जाने से डर लगता है. इनमें श्वांस संबंधी दिक्कतें भी हो सकती हैं.
क्या कहता है मंदिर का निशान
हस्तरेखा शास्त्र में हथेली पर तर्जनी उंगली के नीचे वाली जगह को गुरु पर्वत के नाम से जाना जाता है. यहां बने चौकोर आकृति के ऊपर मौजूद त्रिभुजाकार निशान को ही मंदिर का निशान (टेंपल साइन) कहा जाता है. ऐसा निशान विरले ही किसी की हथेली पर देखने को मिलता है. जिस शख्स की हथेली पर यह निशान बना होता है, उसकी जिंदगी एक राजा के समान व्यतीत होती है. समाज में भी उन्हें काफी इज्जत मिलती है.
झंडे के निशान में भविष्य का संकेत
अगर ऐसा निशान अंगूठे के बगल वाली उंगुली यानी तर्जनी उंगली के नीचे बना होता है तो समझ जाइए की आपका बुढ़ापा अच्छे से गुजरने वाला है. वृद्धावस्था के दौरान झंडे के निशान वाले लोग अपना जीवन खुशहाली पूर्वक जीते हैं. ऐसे लोगों में एक अच्छे लेखक बनने के सारे गुण मौजूद होते हैं. ऐसे लोग दूसरों की खुले दिल से मदद भी करते हैं.
कमल के निशान का है ये मतलब
ऐसा निशान हथेली पर हृदय रेखा (तर्जनी या मध्यमा उंगली से शुरू होकर गुरु पर्वत की ओर बढ़ने वाली रेखा) के दूसरे सिरे पर तर्जनी और मध्यमा उंगुली के नीचे एक त्रिभुज के आकार का बना होता है. हस्तरेखा शास्त्र में इसे ही कमल का निशान (लोटस का साइन) कहा जाता है. ऐसे निशान वाले व्यक्ति की आस्था धर्म-कर्म में अधिक होती है. इनकी गणना समाज में एक विद्वान के रूप में होती है.
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.