हैलोवीन पार्टी में भयंकर भगदड़ से 151 लोगों की मौत
दक्षिण कोरिया के सियोल के इटावन जिले में एक बड़ा हादसा हो गया है. जहां भीड़ से कुचले जाने के बाद एक घातक भगदड़ में कम से कम 151 लोगों की मरने की खबर सामने आई है. जबकि कई लोग गंभीर रुप से घायल हो गए, जिनमें ज्यादातर युवा और बच्चे शामिल थे. शनिवार को रात हैलोवीन समारोह था. तभी क्लबों में ड्रग्स से लदी एक सेलिब्रिटी या कैंडीज को देखने के लिए लोगों की भीड़ जगह-जगह उमड़ पड़ी थी. भगदड़ के सही कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है.
इस भगदड़ के बाद, सियोल में सभी कर्मचारियों सहित देश भर के 800 से अधिक आपातकालीन कर्मचारियों और पुलिस अधिकारियों को घायलों के इलाज के लिए सड़कों पर तैनात किया गया था. नेशनल फायर एजेंसी के एक अधिकारी चोई चेओन-सिक ने कहा कि घायलों की सहायता के लिए देश भर से 400 से अधिक आपातकालीन कर्मचारी और 140 वाहन सड़कों पर तैनात किए गए थे.
इस घटना के बाद दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक-योल ने रविवार को राष्ट्रीय शोक की अवधि घोषित करते हुए कहा कि सियोल के बीचोबीच इस तरह की आपदा को देखना बहुत दुखद है.
दक्षिण कोरिया में त्रासदी
1. सियोल इटावन में कम से कम 100,000 लोग हैलोवीन मना रहे थे, जो अपनी नाइटलाइफ़ के लिए लोकप्रिय है. 2 साल पहले शहर में कोरोना वायरस की वजह से प्रतिबंधों के चलते जनता ने छुट्टी नहीं मनाई थी. इसलिए जब धीरे-धीरे शहर में सार्वजिनक जगहों पर जाने की पाबंदी हटी तो लोग बड़ी संख्या में बाजार, रेस्तरां, क्लब और पब में जुटना शुरु हो गए. शनिवार की रात हैलोवीन पार्टियों में बहुत ज्यादा भीड़ एकत्रित हो गई जिसमें ज्यादातर युवा थे.
2. क्रश की शुरुआत सियोल के अधिक अंतरराष्ट्रीय और फ़्रीव्हीलिंग पड़ोसों में से एक, इटावॉन में इटावॉन मेट्रो स्टेशन के निकास 2 के ठीक बाहर एक संकरी सड़क पर हुई, जिसमें बार की एक पंक्ति के पास, ओएसिस बार एंड कैफे, गैदरिंग और रावो – एक धधकते नियॉन चुंबक शामिल थे. दूसरों के बीच में एक अच्छे समय की तलाश कर रहे युवा. दक्षिण कोरिया के मीडिया ने दावा किया कि शनिवार को लगभग 10.22 बजे पहली आपात स्थिति की सूचना मिली थी.
3.दक्षिण कोरियाई मीडिया रिपोर्टों ने आगे दावा किया कि भीड़ तब बढ़ गई जब गली के आसपास के एक प्रतिष्ठान में एक ‘सेलिब्रिटी’ दिखाई दिया.
4.कोरिया में मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस गली में भगदड़ हुई वह सिर्फ चार मीटर चौड़ी है और इतनी बड़ी नहीं है कि एक सेडान भी फिट हो सके.
5.जैसे-जैसे भारी भीड़ ने धक्का देना जारी रखा, लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरने लगे, जिससे कई लोगों में घुटन और हृदय गति रुकने के लक्षण दिखाई देने लगे .रात करीब 11 बजे अधिकारियों ने अलर्ट भेजना शुरू किया और लोगों से इटावन से बचने की अपील की.
6. अधिकारियों ने शुरू में कहा था कि मारे गए कई लोग कार्डियक अरेस्ट में चले गए थे. सोशल मीडिया पर वीडियो नागरिकों, पुलिस अधिकारियों और आपातकालीन चिकित्सा कर्मचारियों को फुटपाथ पर पड़े लोगों पर कार्डियोपल्मोनरी पुनर्जीवन करते हुए दिखाते हैं.
7. एम्बुलेंस और पुलिस वाहनों को दुर्घटनास्थल से आने-जाने के लिए संघर्ष करना पड़ा, सड़कों पर वाहनों और पैदल चलने वालों के साथ जाम लग गया. पुलिस को कारों के शीर्ष पर खड़े होकर लोगों से क्षेत्र छोड़ने और एम्बुलेंस के लिए रास्ता बनाने का अनुरोध करते देखा गया.
8. कुछ मौज-मस्ती करने वाले अभी भी सड़क पर नाच-गा रहे थे और बचाव कार्य का रास्ता रोक रहे थे. चूंकि एम्बुलेंस तुरंत मौके पर नहीं पहुंच सकी, इसलिए आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियनों ने पीड़ितों को सीपीआर देना शुरू कर दिया.
9. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई कुछ तस्वीरों में संकरी गली में एक दूसरे के ऊपर ढेरों शवों का ढेर दिखाया गया है क्योंकि आपातकालीन कर्मचारियों ने उन्हें मुक्त करने का काम किया था.
10. इंडोनेशिया के मलंग में 1 अक्टूबर को फुटबॉल मैच की दुर्घटना के बाद एक महीने से भी कम समय में एशिया में यह दूसरी भीड़ आपदा त्रासदी है, जिसमें 125 लोग मारे गए थे. यह घटना उस समय हुई जब दर्शकों ने एक स्टेडियम से भागने की कोशिश की और अनियंत्रित प्रशंसकों से भिड़ने के बाद भीड़ पर आंसू गैस के गोले दागने के बाद उन्हें कुचल दिया गया.
-भारत एक्सप्रेस
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