Bharat Express

UP में शिक्षा के नाम पर ये कैसा मज़ाक, किताब की जगह बच्चों के हाथों में झाड़ू

योगी सरकार जहां एक तरफ हर घर शिक्षा अभियान का दम भरती है तो वहीं दूसरी तरफ कानपुर देहात के एक सरकारी स्कूल की वायरल हो रही तस्वीरों ने सरकार की इस दावों की पोल खोलकर रख दी है.. वायरल हो रही तस्वीरें इस बात की तस्दीक कर रही है कि  कानपुर देहात के राजपुर ब्लॉक क्षेत्र के डेरा पैलावर गाँव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कभी बच्चों से स्कूल में झाड़ू लगवाई जाती है तो कभी पानी की टंकी साफ कराई जाती है.. जिसकी तस्वीरें सोशल मिडिया पर इन दिनों जमकर वायरल हो रही है..

बच्चों के परिजनों के आरोपों के मुताबिक एमडीएम के खाने की गुणवत्ता सही नहीं है.. बच्चों के खाने में कीड़े मकोड़े तक निकल आते हैं.. इस स्कूल के शिक्षक अच्छा- अच्छा खाना खाते हैं और बच्चों को कीड़े वाला खाना परोसा जाता है.. वहीं कुछ बच्चों का स्कूल में नाम ना लिखने पर गांव वालों ने स्कूल परिसर के बाहर खड़े होकर प्रिंसीपल के खिलाफ विरोध जताया..

इस पूरे मामले को तूल पकड़ते देख जिले की बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धि पांडेय ने सफाई पेश करते हुए कहा कि स्कूलों में सफाई कर्मियों की कमी है और कुछ सफायी कर्मी आते ही नहीं हैं.. फिर भी अगर बच्चों से शिक्षकों की ओर से झाड़ू लगवायी जा रही है तो यह बिल्कुल गलत है.. शासन के स्तर पर इस मामले की जांच के आदेश दे दिये गए हैं और जो भी इस मामले में आरोपी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कारवाई की जाऐगीं..

यूपी में ये पहला मौका नहीं है जब यूपी की बदहाल हो चुकी शिक्षा व्यवस्था की तस्वीरें सुर्खियां बन रही है.. इससे पहले भी गाहे बगाहे यूपी के सरकारी स्कूलों की अजीबो – गरीब कार्यप्रणाली हमेश सवालों के घेरे में रही है..

केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति जब कानपुर देहात के भोगनीपुर तहसील के प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण करने पहुंची तो उन्होंने इस बदहाली को अपनी आंखों से देखा.. उन्होनें सरकारी स्कूल में पढ़ रहे नौनिहाल बच्चों से देश के प्रधानमंत्री, सूबे के मुख्यमंत्री और प्रदेश की राजधानी का नाम पूछा लेकिन कक्षा 3 तीन में पढ़ रहे बच्चे केन्द्रीय मंत्री के सवालों का जवाब नहीं दे सके.. जिसके बाद मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने स्कूल की शिक्षिका को बुलाकर जमकर फटकार लगाते हुए बच्चों को सामान्य ज्ञान की जानकारी देने की नसीहत दे डाली..

 



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read