पंजाब के तरनतारन जिले के एक गांव में कुछ असामाजिक तत्वों ने तीन मंजिला चर्च में तोड़फोड़ करके माहौल बिगाड़ने की कोशिश की..ये गांव पाकिस्तान की सीमा से लगा हुआ है। बदमाशों ने सुरक्षा गार्ड को बंदी बनाकर पादरी की कार को आग के हवाले कर दिया।
आग की लपटों में घिरी कार और मूर्तियों को तोड़े जाने की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई।सीसीटीवी फुटेज में एक शख्स मूर्ति को हथौड़े से तोड़ते हुए नजर आ रहा है। आरोपियों की गिरफ्तारी और अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा की मांग को लेकर बड़ी संख्या में समुदाय के लोगों ने ठक्करपुरा गांव में अनिश्चितकालीन धरना दिया। यह घटना सिखों की सर्वोच्च अस्थायी सीट के प्रमुख अकाल तख्त जत्थेदार द्वारा ईसाई मिशनरियों द्वारा जबरन धर्मांतरण के खिलाफ एक बयान जारी करने के बाद सामने आई है।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा, तथाकथित ईसाई मिशनरी धोखे से सिखों का जबरन धर्म परिवर्तन करा रहे हैं। पंजाब के सिखों और हिंदुओं को गुमराह किया जा रहा है और उनका धर्मांतरण किया जा रहा है। यह सब सरकार की नाक के नीचे हो रहा है। हालांकि कानून में धर्म के नाम पर अंधविश्वासी प्रथाओं के लिए मामला दर्ज करने का प्रावधान है, लेकिन वोट बैंक की राजनीति के कारण कोई भी सरकार मिशनरियों के खिलाफ खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है।
दो दिन पहले, निहंगों और उनके समर्थकों के एक समूह ने अमृतसर के दादुआना गांव में ईसाई मिशनरियों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को बाधित कर दिया था।
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