अनंत चतुर्दशी 2024
Anant Chaturdashi 2024 Upay for Happiness and Prosperity: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनंत चतुर्दशी मनाई जाती है. धार्मिक परंपरा के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु के अनंत स्वरूप की पूजा की जाती है. कहा जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करने पर जीवन अनंत खुशियों से भर जाता है. साथ ही जीवन की हर चिंता दूर हो जाती है. हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल अनंत चतुर्दशी मंगलवार 17 सितंबर को यानी आज है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा के अलावा घर में दीया जलाने का भी विधान है. कहते हैं कि इस दिन घर में चार दीया जलाने से जीवन सुख-समृद्धि से भर जाता है. भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसती है. ऐसे में आइए जानते हैं कि अनंत चतुर्दशी के दिन घर में कहां-कहां और कितने दीये जलाने चाहिए.
पहला दीया भगवान विष्णु के सामने
अनंत चतुर्दशी पर भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी की विशेष कृपा पाने के लिए सबसे पहले भगवान विष्णु के समक्ष सरसों के तेल का दीया जलाएं. इस दीये को जलाने से घर में सुख-समृद्धि और सौभाग्य आता है. साथ ही साथ घर की तमाम नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है.
दूसरी दीया घर के मुख्य द्वार पर
इस दिन दूसरा दीया घर के मुख्य द्वार पर जलाएं. इस दीये को सरसों के तेल से जला सकते हैं. अगर, आप चाहें को तिल के तेल या गाय के घी का दीया भी जला सकते हैं. कहते हैं कि इस दिन घर के मेन गेट पर दीया जलाने से वास्तु दोष खत्म होता है.
तीसरा दीया घर के किचन में
अनंत चतुर्दशी के दिन तीसरा दीया घर के किचन में जलाएं. ऐसा इसलिए क्योंकि हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार किचन में मां लक्ष्मी का वास होता है. इसके अलावा किचन में मां अन्नपूर्णा का भी वास माना गया है. ऐसे में इस दिन घर के किचन में दीया जलाने से धन की देवी मां लक्ष्मी समेत माता अन्नपूर्णा की भी विशेष कृपा प्राप्त होगी. इतना ही नहीं, घर में सुख-समृद्धि के लिए भी यह उपाय खास है.
चौथा दीया तुलसी के पास
अनंत चतुर्दशी के दिन चौथा दीया तुलसी के पास रखें. मान्यतानुसार, तुलसी में मां लक्ष्मी का वास होता है. इसके अलावा तुलसी में भगवान विष्णु का भी वास माना गया है. ऐसे में तुलसी के नीचे दीया जलाने से भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की विशेष कृपा भी प्राप्त होगी.
अनंत चतुर्दशी 2024
पंचांग के अनुसार, इस साल अनंत चतुर्दशी 17 सितंबर को है. चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 16 सितंबर को दोपहर 3 बजकर 10 मिनट पर हो चुकी है. जबकि इस तिथि का समापन 17 सितंबर को सुबह 11 बजकर 44 मिनट पर होगी. ऐसे में उदया तिथि की मान्यता के अनुसार, अनंत चतुर्दशी 17 सितंबर को ही मनाई जाएगी और इसी दिन व्रत भी रखा जाएगा.