त्वचा रोग में ग्रह दशाएं
Astro Remedy in Skin Problem: ज्योतिष शास्त्र में माना जाता है कि व्यक्ति की सेहत का संबंध उसकी चल रही ग्रह दशाओं का परिणाम है. कुंडली में भी कुछ ग्रहों की स्थिति के कारण ऐसा हो सकता है. किसी ग्रह की अशुभता या उसके नीच होने के कारण उस ग्रह से संबंधित रोग हो सकते हैं. इसी तरह त्वचा संबंधी रोग के लिए भी कुछ ग्रहों को जिम्मेदार माना जाता है.
दवा कराने के बाद भी जब त्वचा रोग में सुधार नहीं हो रहा हो तो एक बार योग्य ज्योतिषी से कुंडली का विश्लेषण करावाकर इस तरह की स्थिति की जानकारी कर लेनी चाहिए. माना जाता है कि त्वचा रोग की वजह बुध और राहु ग्रह हैं. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार राहु और बुध ग्रह यदि शत्रु राशि या अशुभ भाव में स्थित हैं तो इस वजह से त्वचा संबंधी रोग होने की आशंका रहती है. ऐसे में कुछ ज्योतिषीय उपाय द्वारा राहत पाया जा सकता है.
त्वचा रोगकारक है ग्रहों की यह स्थिति
बुध ग्रह के अशुभ होने पर या फिर इसकी महादशा के दौरान इससे प्रभावित लोगों को त्वचा संबधी बीमारियों से जूझते देखा गया है. जिन लोगों की कुंडली में नीच के बुध विराजमान रहते हैं, उनकी त्वचा भी किसी न किसी रोग से ग्रस्त रहती है. ऐसे लोगों के चेहरे पर दाने भी निकलते देखा गया है. छठे भाव में शत्रु राशि में बुध के विराजमान होने पर भी इस तरह के रोग होने की आशंका रहती है. इसके अलावा ज्योतिष शास्त्र मे माना गया है कि कुंडली में राहु भी अगर नीच का या अशुभता लिए हो और उसका संबंध कुंडली के छठे या लग्न से हो रहा हो तो भी यह बीमारी हो सकती है. ऐसी स्थिति में यह लाईलाज भी हो सकती है.
इन उपायों से दूर होगा रोग
सबसे पहले कुंडली का विश्लेषण करवाकर इस बात की जानकारी कर लें कि ऐसा किस ग्रह की वजह से है. बुध के कारण ऐसा होने पर हल्के हरे रंग के वस्त्रों को अपने पहनावे में शामिल करें. बुधवार के दिन बुध के मन्त्र का जाप करने से भी लाभ मिलता है. हो सके तो इस दिन हरी वस्तुओं का दान करें. वहीं राहु की वजह से त्वचा रोग होने पर रात के समय कुत्ते को रोटी में घी लगाकर खिलाएं.