Chhath Puja 2024 First Arghya Date Shubh Muhurat: वैदिक पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ महापर्व मनाया जाता है. हलांकि, इससे दो दिन पहले क्रमशः चतुर्थी और पंचमी तिथि को छठ पूजा का नहाय-खाय और खरना होता है. छठ का पहला अर्घ्य षष्ठी तिथि के दिन सूर्य देव को अर्पित किया जाता है. जबकि, अंतिम अर्घ्य सप्तमी तिथि को सूर्योदय के वक्त दिया जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि इस साल छठ पूजा में सूर्यदेव को पहला अर्घ्य कब दिया जाएगा, शुभ मुहूर्त क्या है और इस दिन सूर्य देव को अर्घ्य देने से क्या लाभ होते हैं.
कब दिया जाएगा सूर्य देव को पहला अर्घ्य?
चार दिनों के छठ महापर्व में सूर्य देव को पहला अर्घ्य कार्तिक शुक्ल षष्ठी तिथि को दिया जाता है. वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल यह तिथि 7 नवंबर को है. षष्ठी तिथि का आरंभ 6 नवंबर को देर रात 12 बजकर 41 मिनट से होगा. जबकि, इस तिथि का समाप्ति 7 नवंबर को देर रात 12 बजकर 34 मिनट पर होगी. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, इस साल छठ पर्व में पहला अर्ध्य 7 नवंबर को दिया जाएगा.
छठ पूजा के दिन सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय का समय- 6 बजकर 42 मिनट
सूर्यास्त का समय- 06 बजकर 2 मिनट
डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य के फायदे
चार दिवसीय छठ पूजा का पहला अर्घ्य अस्ताचलगामी यानी डूबते हुए सूर्य को दिया जाता है. इस दिन सूर्य की अंतिम किरण को अर्घ्य देने का विधान है. पौराणिक मान्यता के अनुसार, सूर्य की पत्नी का नाम प्रत्युषा है और छठ पूजा का संध्याकालीन अर्घ्य उन्हीं को दिया जाता है. संध्या काल में सूर्य को अर्घ्य देने के कई लाभ हैं. कहा जाता है कि छठ पूजा में डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने से आंख के विकार दूर होते हैं और रोशनी बढ़ती है. इसके अलावा इस दिन सूर्य देव को अर्घ्य देने के दीर्घायु जीवन का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
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