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Fasting And Festivals December 2022: आज है सोम प्रदोष व्रत, जानिए दिसंबर के इस सप्ताह में और कौन से व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं

fasting And festivals December 2022: व्रत और त्योहार के मामले में यह महीना बेहद ही खास है. आज के दिन सोम प्रदोष के अलावा इस सप्ताह दूसरे कई और व्रत और त्योहार भी हैं.

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शंकर जी

Fasting And Festivals December 2022: व्रत और त्योहार के मामले में यह महीना बेहद ही खास है. आज के दिन जहां शंकर जी को खुश करने के लिए सोम प्रदोष जैसा खास व्रत है, वहीं इस सप्ताह दूसरे कई और व्रत और त्योहार भी हैं. आइए जानते हैं हिंदू कैलेंडर के अनुसार इस सप्ताह ये किस दिन पड़ रहे हैं.

सोमवार- प्रदोष व्रत- 5 दिसंबर

सोम प्रदोष का व्रत महीने मे दो बार पड़ता है. एक कृष्ण पक्ष में तो दूसरा शुक्ल पक्ष में. आज मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है. आज के दिन शंकर जी की पूजा करने का विधान है. माना जाता है कि शंकर जी आज के दिन किए जाने वाले उपायों से प्रसन्न होकर मनचाहा वरदान देते हैं. इस दिन शाम के समय शंकर जी की आरती और उनके पंचाक्षरी मंत्र के जाप से विशेष लाभ मिलता है.

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कार्तिगाई दीपम्- 6 दिसंबर

यह त्योंहार मुख्य रूप से दक्षिण भारत का त्योहार है. यह दिवाली की तरह ही होता है. इस दिन शाम को दीपक जलाकर लोग चारों तरफ रोशनी करते हैं. तिरुवन्नामलई के पहाड़ी इलाके में इस त्योहार की काफी धूम है. इस त्योहार में भी भगवान शिव की की बूजा की जाती है.

मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत, अन्नपूर्णा जयंती, रोहिणी नक्षत्र- 8 दिसंबर

 

मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत

मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा के व्रत काफी पुण्यदायक माना जाता है. इसे अगहन पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन दान देने का पुण्य माना गया है.

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अन्नपूर्णा जयंती

धार्मिक ग्रंथों में जो कथा वर्णित है, उसके अनुसार मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा तिथी के दिन ही भगवान शिव की अर्धांगिनी माता पार्वती धरती पर मां अन्नपूर्णा के रूप में प्रकट हुई थीं. तब से इस दिन को मां अन्नपूर्णा जयंती के रूप में मनाया जाता है.

रोहिणी नक्षत्र

यह व्रत जैन समाज के लोगों द्वारा मनाया जाता है. माना जाता है कि 27 नक्षत्रों में से एक रोहिणी नक्षत्र के नाम पर इसे रोहिणी व्रत कहा जाता है. पति की लंबी आयु के लिए महिलाएं इसे करती हैं.

संकष्टी चतुर्थी 11 दिसंबर

ज्योतिष के अनुसार कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है. इस दिन भगवान गणेश की पूजा का विधान है.

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