अमावस्या (सांकेतिक तस्वीर)
Somvati Amavasya 2024 Upay: अमावस्या जब सोमवार को पड़ती है तो उसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है. वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास की सोमवती अमावस्या आज है. शास्त्रों के मुताबिक, सोमवती अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. इसके अलावा इस दिन पूर्वजों (पितृदेव) की कृपा पाने के लिए भी विशेष उपाय किए जाते हैं. आइए जानते हैं कि सोमवती अमावस्या पर आज किन चीजों का दान करना शुभ रहेगा.
सोमवती अमावस्या पर विवाहित महिलाएं क्या करें?
भाद्रपद मास की सोमवती अमावस्या के दिन विवाहित महिलाओं को व्रत रखकर पीपल के वृक्ष की पूजा करनी चाहिए. साथ ही साथ इस दिन पीपल की कम से कम 108 बार परिक्रमा करनी चाहिए. परिक्रमा कितनी बार हुई इसकी गिनती किशमिश या मखाने के दाने से करनी चाहिए. इसके अलावा परिक्रमा के वक्त पीपल के वृक्ष में लाल या पीले रंग का रक्षा सूत्र बांधना चाहिए.
सोमवती अमावस्या के दिन तीन प्रकार के दान का विशेष धार्मिक महत्व है. इस दिन देव-दान, पितृ-दान और ग्रह-दान
का विधान है.
देवताओं के निमित्त दान
देवताओं को प्रसन्न करने के लिए सोमवती अमावस्या के दिन वस्त्र का दान किया जाता है. ऐसे में इस दिन लाल, पीले, नीले या हरे रंग के वस्त्र का दान कर सकते हैं. ध्यान रखना है कि जो भी वस्त्र दान करें वह सिला हुआ होना चाहिए.
पितरों के निमित्त दान
सोमवती अमावस्या के पितरों के निमित्त दान करने से पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. साथ ही साथ पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. ऐसे में इस दिन पितरों की कृपा पाने के लिए अन्न का दान करना चाहिए. कहा जाता है कि इस दिन अन्न का दान करने से पितरों की आत्मा तृप्त होती है. सोमवती अमवस्या के दिन आपके घर में जो भी भोजन बने उसमें से एक हिस्सा कौआ, गाय, कुत्ता और चींटी के लिए निकाल दें.
ग्रहों के निमित्त दान
अमावस्या तिथि का संबंध चंद्र ग्रह से है. ऐसे में कुंडली के चंद्र ग्रह को मजबूत करने के लिए इस दिन सफेद वस्त्र, खीर, मिश्री, चांदी, अक्षत, मोती या चावल का दान करना चाहिए. मान्यता है कि इस चीजों के दान से कुंडली का चंद ग्रह मजबूत होता है.
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