भारतीय क्रिकेट टीम के लगातार खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने कड़े कदम उठाने का फैसला किया है. रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया को हाल ही में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में 1-3 से हार का सामना किया. इससे पहले, घरेलू सरजमीं पर न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज में भारत को 3-0 से शिकस्त झेलनी पड़ी. इसके साथ ही, श्रीलंका के खिलाफ 27 साल बाद वनडे सीरीज में हार का सामना करना पड़ा.
इन निराशाजनक प्रदर्शनों के बाद बीसीसीआई ने एक पुराने नियम को फिर से लागू करने का निर्णय लिया है. दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के अनुसार, अब विदेशी दौरों पर खिलाडियों के साथ उनकी पत्नियां नहीं जा सकेंगी.
समीक्षा बैठक में लिया गया फैसला
मुंबई में आयोजित बीसीसीआई की समीक्षा बैठक में इस फैसले को मंजूरी दी गई. बैठक में भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा, हेड कोच गौतम गंभीर, चीफ सेलेक्टर अजीत आगरकर और बोर्ड के अन्य अधिकारी शामिल हुए.
रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई पुराने नियम को फिर से लागू करना चाहता है, जिसे कोविड-19 के दौरान हटा दिया गया था. उन्होंने बताया कि बीसीसीआई के मुंबई कार्यालय के एक अधिकारी ने उन्हें बताया कि पत्नियों और परिवार के सदस्यों को पूरे दौरे के दौरान भारतीय टीम के खिलाड़ियों के साथ यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. बोर्ड का मानना है कि लंबे समय तक परिवार के साथ रहने से खिलाड़ियों का प्रदर्शन प्रभावित होता है, खासकर विदेशी असाइनमेंट के दौरान. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान, कई खिलाड़ियों की पत्नियां और परिवार पूरे दौरे के लिए ऑस्ट्रेलिया में मौजूद थे.
नई गाइडलाइंस
नए नियम के अनुसार, 45 दिनों से अधिक समय तक चलने वाले टूर्नामेंट या श्रृंखला के लिए, खिलाड़ी की पत्नी और परिवार केवल 14 दिनों के लिए उनके साथ रह सकते हैं और छोटे दौरों के लिए, परिवार के ठहरने की अवधि घटाकर केवल सात दिन कर दी जाएगी.
इसके अलावा, बीसीसीआई ने यह नियम भी बनाया है कि किसी भी खिलाड़ी को दौरे के दौरान अलग से जाने की अनुमति नहीं होगी. कथित तौर पर यह नियम इसलिए लगाया गया है क्योंकि बोर्ड के अधिकारियों ने देखा कि पिछले कुछ सालों से कुछ भारतीय खिलाड़ी टीम बस के बजाय अलग-अलग यात्रा कर रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है, “टीम की एकता को ध्यान में रखते हुए, अब सभी खिलाड़ी टीम बस से ही यात्रा करेंगे. कोई भी खिलाड़ी कितना भी बड़ा क्यों न हो, उसे अलग से यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.”
हेड कोच गौतम गंभीर के मैनेजर गौरव अरोड़ा को लेकर भी नया नियम बनाया गया है. अब अरोड़ा को टीम के साथ एक ही होटल में रहने या स्टेडियम के वीआईपी बॉक्स में बैठने की अनुमति नहीं होगी. उन्हें टीम बस का उपयोग करने से भी रोक दिया गया है.
-भारत एक्सप्रेस
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