प्रवीण हुड्डा (फोटो- सोशल मीडिया)
New Delhi: अंतर्राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (ITA) द्वारा मुक्केबाज परवीन हुड्डा का कांस्य पदक छिनने के बाद हांगझोउ एशियाई खेलों में भारत की पदक संख्या 107 से घटकर 106 हो गई. परवीन हुडा, जिन्होंने 2022 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतकर पेरिस 2024 के लिए कोटा हासिल किया था, को अंतर्राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (आईटीए) ने तीन पता-ठिकाने विफलताओं के कारण 22 महीने के लिए निलंबित कर दिया है.
मुक्केबाज परवीन हुड्डा निलंबित
अंतर्राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (आईटीए) के अनुसार, परवीन का निलंबन 16 जुलाई, 2025 तक प्रभावी रहेगा. आईटीए द्वारा उनके निलंबन को आठ महीने कम करने के बाद उनके प्रतिबंध की अवधि घटकर 22 महीने हो गई. आईटीए ने एक बयान में कहा, “अपात्रता की अवधि के अलावा, 11 दिसंबर, 2022 और 17 मई, 2024 के बीच प्राप्त एथलीट के परिणाम अयोग्य घोषित किए जाते हैं.”
परवीन हुड्डा ने गंवाया एशियाड कांस्य पदक
हालांकि, पदक छिनने के बावजूद एशियाई खेलों की पदक तालिका में भारत की स्थिति अब भी चौथे स्थान पर बनी हुई है. पेरिस ओलंपिक के लिए भारत का कोटा स्थान खो जाने के बाद, बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) ने राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य विजेता जैस्मीन लाम्बोरिया को महिलाओं के 57 किग्रा वर्ग में अंतिम ओलंपिक क्वालीफायर के लिए प्रवेश दिया, जो शुक्रवार से बैंकॉक में शुरू हो रहा है.
जैस्मिन मंगलवार को बैंकॉक के लिए रवाना होंगी. पेरिस ओलंपिक में भारत के पास फिलहाल तीन मुक्केबाजी कोटा स्थान हैं. इन्हें टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा), प्रीति पवार (54 किग्रा) और विश्व चैंपियन निखत जरीन (50 किग्रा) ने हासिल किया है.
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-भारत एक्सप्रेस
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