कोंस्टास और बुमराह
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) के तहत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट का आगाज 26 दिसंबर को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में हुआ. पहले दिन का खेल दोनों टीमों के बीच शानदार मुकाबले का गवाह बना. पर्थ, एडिलेड और ब्रिस्बेन की पिचों की तुलना में मेलबर्न की पिच बल्लेबाजों के लिए मददगार साबित हुई, जिसका फायदा ऑस्ट्रेलिया ने उठाया.
ऑस्ट्रेलिया की धमाकेदार शुरुआत
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन 311/6 का मजबूत स्कोर खड़ा किया. डेब्यूटेंट सैम कोंस्टास ने भारतीय गेंदबाजों पर धावा बोलते हुए सिर्फ 52 गेंदों में अर्धशतक ठोक दिया. कोंस्टास ने जसप्रीत बुमराह के खिलाफ बेहतरीन शॉट्स लगाए, जिसमें स्विच हिट के जरिए मारा गया छक्का भी शामिल है. हालांकि, रविंद्र जडेजा ने अपनी फिरकी से कोंस्टास की शानदार पारी को 60 रन पर रोक दिया.
ख्वाजा और लाबुशेन की साझेदारी
कोंस्टास के आउट होने के बाद उस्मान ख्वाजा और मार्नस लाबुशेन ने पारी को संभाला. दोनों ने 65 रनों की अहम साझेदारी की. लेकिन जसप्रीत बुमराह ने एक बार फिर भारतीय टीम को बड़ी सफलता दिलाते हुए ख्वाजा को पवेलियन भेजा.
भारतीय गेंदबाजों की वापसी
लाबुशेन ने 72 रनों की बेहतरीन पारी खेली, लेकिन वॉशिंगटन सुंदर की फिरकी में फंसकर आउट हो गए. इसके बाद बुमराह ने ट्रेविस हेड (0) और मिचेल मार्श (11) को जल्दी-जल्दी आउट कर ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर धकेल दिया. दिन के अंत में आकाश दीप ने एलेक्स कैरी को 31 रन पर आउट कर ऑस्ट्रेलिया को छठा झटका दिया.
भारत के पास मेलबर्न में हैट्रिक का मौका
पांच मैचों की इस सीरीज में दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर हैं. भारत ने पर्थ टेस्ट 295 रनों से जीता था, जबकि एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से जीत दर्ज की. ब्रिस्बेन टेस्ट ड्रॉ रहा. दिलचस्प बात यह है कि मेलबर्न में भारत ने 2018 और 2020 में खेले गए दोनों टेस्ट जीते हैं. ऐसे में भारतीय टीम के पास यहां टेस्ट जीतकर हैट्रिक पूरी करने का सुनहरा मौका है.
2018 में भारत ने मेलबर्न में 137 रनों से जीत हासिल की थी, जबकि 2020 में टीम ने 8 विकेट से शानदार जीत दर्ज की थी. क्या इस बार भी मेलबर्न भारतीय टीम के लिए जीत का गवाह बनेगा? यह देखना रोमांचक होगा.
-भारत एक्सप्रेस
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