जैक्सन सिंह
Jeakson Singh: सैफ चैंपियनशिप 2023 के फाइनल मुकाबले में भारत ने कुवैत को पेनल्टी शूटआउट में हराकर 9वीं बार खिताब पर कब्जा जमा लिया. इस जीत के बाद सभी खिलाड़ी जश्न में डूब गए. वहीं भारतीय फुटबॉल टीम के खिलाड़ी जैक्सन सिंह एक बहुरंगी झंडा लपेटे नजर आए, जिसने बहुत से लोगों का ध्यान आकर्षित किया. यह झंडा मणिपुर का बताया जा रहा था. अब इसको लेकर सोशल मीडिया पर जैक्सन के खिलाफ काफी कुछ लिखा जाने लगा तो फुटबॉलर ने अपनी सफाई दी और बताया कि उन्होंने ऐसा क्यों किया था.
जैक्सन ने दी सफाई
सोशल मीडिया पर हो रही आलोचनाओं पर जैक्सन ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, “इस झंडे के साथ सेलिब्रेट कर मैं किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता था. मेरा इरादा उन मुद्दों की ओर ध्यान आकर्षित करना था जिनका सामना मेरा गृह राज्य मणिपुर इस वक्त कर रहा है. टीम इंडिया की यह जीत सभी भारतीयों को समर्पित है. मुझे उम्मीद है कि मणिपुर में शांति लौटेगी. स्टेडियम आकर टीम का समर्थन करने के लिए फैंस को धन्यवाद.”
बता दें कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में 3 मई को पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ आयोजित किया था. इस मार्च के बाद राज्य में हिंसा भड़क उठी थी. मणिपुर में भड़की हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हो चुके हैं. इस हिंसा को लेकर देश में सियासत गरमाई हुई है.
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इसके पहले, फुट टाइम के बाद एक्स्ट्रा में भी दोनों टीमें निर्णायक गोल नहीं कर पाईं और स्कोर 1-1 ही रह गया. इसके बाद पेनल्टी शूटआउट में स्कोर 4-4 से बराबर रहा, जिसके बाद सडन डेथ में कुवैत के कप्तान के शॉट को गोलकीपर गुरप्रीत सिंह ने रोक लिया और भारत 9वीं बार सैफ चैंपियन बन गया.
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सैफ चैंपियनशिप की बात करें तो भारत इससे पहले 1993, 1997, 1999, 2005, 2009, 2011, 2015 और 2021 में चैंपियन बना था. टूर्नामेंट के 14 सालों के इतिहास में भारत नौ बार चैंपियन बना है और चार बार वह उप विजेता रहा है.
-भारत एक्सप्रेस