प्रयागराज महाकुम्भ 2025: प्रथम अमृत स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं का सैलाब, 1.65 करोड़ ने लगाई पुण्य की डुबकी
महाकुम्भ पर्व विश्वबन्धुत्व की भावना के साथ जीवन के नैतिक मूल्यों तथा आदर्शों के रक्षण हेतु निरन्तर विश्व मंगल की ओर अग्रसर है.
महाकुम्भ पर्व विश्वबन्धुत्व की भावना के साथ जीवन के नैतिक मूल्यों तथा आदर्शों के रक्षण हेतु निरन्तर विश्व मंगल की ओर अग्रसर है.