अकबर भी इस वृक्ष को नहीं कर पाया था नष्ट, भगवान श्रीराम और मां सीता से है खास नाता, ईश्वरीय शक्ति से जुड़े होने की मान्यता
Prayagraj: मान्यता है कि प्रयागराज में स्नान के बाद जब तक इस पवित्र वृक्ष का पूजन एवं दर्शन नहीं किया जाता तब तक नहान का पुण्य नहीं मिलता है.