बैंक फ्रॉड: क्या सही रफ़्तार से हो रही जांच?
जिन मामलों में सीबीआई या अन्य जांच एजेंसियों को तत्तपर्ता दिखानी होती है वहां तो रातों-रात गिरफ़्तारी भी हो जाती है और कार्यवाही भी गति पकड़ती है. परंतु जहां ढील देने का मन होता है या ऊपर से ढील देने के ‘निर्देश’ होते हैं, वहां विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहूल चौकसी जैसे आर्थिक अपराधियों को देश छोड़ कर भाग जाने का मौक़ा भी दे दिया जाता है.