Bharat Express

bhopal gas tragedy

पीड़ितों को उनका हक दिलाने के लिए संघर्षरत संगठनों का आरोप है कि इस विचारहीन प्रस्ताव को आगे बढ़ाने की मांग करने वाले अधिकारियों ने गैस पीड़ितों से परामर्श करना आवश्यक नहीं समझा.

तीन दिसंबर को भोपाल गैस त्रासदी की बरसी है. 1984 में तीन दिसंबर के दिन ही यह त्रासदी हुई थी, जिसमें हजारों लोगों की जान चली गई थी.

Bhopal Gas Tragedy: भोपाल में दो-तीन दिसंबर 1984 की दरम्यानी रात मिथाइल आइसोसाइनेट गैस का रिसाव होने से 16,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी.