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bihar train accident

बिहार में दिल्ली-कामख्या ‘नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस’ के सभी डिब्बों के बेपटरी होने की संभावित वजह पटरियों में खामी थी. प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के हवाले से यह जानकारी दी गई है. रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के नजदीक हुए इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए हैं.

बिहार के बक्सर में हुए रेल हादसे में पीड़ित परिवार के आंसू अभी सूखे भी नहीं थे कि इस पर राजनीति शुरू हो चुकी है. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर निशाना साधा है. तेजस्वी ने कहा कि हम लोग नकारात्मक राजनीति नहीं करना चाहते हैं.

बिहार में नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस की सभी बोगियां पटरी से उतर गई. हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई. दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल हादसा भी बिहार में ही हुआ था। आज से 42 साल चार महीना पहले 6 जून, 1981 को देश की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना सहरसा-मानसी रेलखंड के धमारा घाट के पुल संख्या 51 पर हुई थी.

बिहार के बक्सर जिले में नॉर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन अचानक से रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास डिरेल हो गई. देखते ही देखते ट्रेन के 6 डिब्बे पटरी से उतर गए. हादसे के बाद वहां चीख पुकार मच गई. इसमें 4 लोगों की मौत हो गई. जबकि, 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए.

दानापुर मंडल के रघुनाथपुर स्टेशन के निकट गाड़ी संख्या 12506 आनंद विहार टर्मिनल-कामाख्या एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे पटरी से उतर जाने के कारण इस मार्ग पर संचालित की जाने वाली ट्रेनों के परिचालन में अस्थायी बदलाव किया गया है.

बक्सर ट्रेन में हादसे पर भोजपुर ज़िलाधिकारी राजकुमार ने बताया, "सूचना मिलते ही भोजपुर से 15 एंबुलेंस, 4-5 बसें और SDRF की टीम भेजी गई है."