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कनाडाई पीएम ने कहा कि उनके कुछ राजनयिकों के निष्कासन से यात्रा और व्यापार में बाधा आएगी और कनाडा में पढ़ रहे भारतीयों के लिए मुश्किलें खड़ी होंगी.

जेनिफर जेंग ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है कि "आज कनाडा में सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर CCP (चीनी कम्युनिस्ट पार्टी) के भीतर से चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं."

आतंकवाद पर नकेल कसने की रट लगाने में कनाडा को भी पाकिस्तान से अलग रखकर नहीं देखा जा सकता। निज्जर हो या पंजवड़, आतंकी वारदातों को लेकर दोनों भारत में वांछित थे।

Delhi Police: IGI एयरपोर्ट पुलिस थाने में एक एफआईआर दर्ज कराई गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि दीपक वर्मा नामक एक भारतीय नागरिक को लंदन से दिल्ली एयरपोर्ट डिपोर्ट किया गया था.

इस मामले में कनाडाई विदेश मंत्री ने रिपोर्टों पर सीधे टिप्पणी करने से परहेज किया है. हालांकि, उन्होंने भारत से प्राइवेट टॉक की मांग की है. कनाडा के विदेश मंत्री, मेलानी जोली ने कहा कि कनाडाई सरकार अपने भारतीय समकक्षों के साथ संपर्क में है.

भारत-कनाडा विवाद गहराता जा रहा है. खालिस्तानी मुद्दे को लेकर दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी बढ़ती जा रही है. इसी बीच भारत ने कनाडा सरकार को हिदायत दी है कि अपने 40 राजनयिकों को वापस बुला लें.

S. Jaishankar on Freedom of Speech: मंत्री एस जयशंकर ने यह सवाल पूछते हुए कहा कि, "इस पूरे तनावपूर्ण माहौल में कोई और देश होता तो वह क्या करता ? जहां उसके अपने राजनयिकों, दूतावासों और नागरिकों को हमेशा डर के माहौल में जीना पड़ रहा है.

कनाडा के सरे स्थित एक गुरुद्वारे में खालिस्तानी अलगाववादियों और मणिपुर के आदिवासी संगठन से जुड़े लोगों की मुलाकात हुई है. सरे के इस गुरुद्वारे का कंट्रोल निज्जर के पास ही था. इस दौरान ट्राइबल संगठन और हरदीप सिंह निज्जर के सहयोगियों के बीच एक मीटिंग भी हुई है.

अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन इंटरपोल ने खालिस्तानी आतंकी करणवीर सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया है. करणवीर सिंह पाकिस्तान में छिपा है. वो खालिस्तान समर्थक आतंकी संगठन बब्बर खालसा से जुड़ा है. ये रेड कॉर्नर नोटिस क्या होता है? और ये क्यों जारी किया जाता है? जानते हैं..

कनाडा में हाउस ऑफ कॉमन्स के स्पीकर एंथनी रोट ने इस्तीफा दे दिया है. 24 सितंबर को उन्होंने संसद में एक पूर्व नाजी सैनिक को वॉर हीरो बताकर सम्मानित किया था. इस घटना के बाद से ही कनाडा की विपक्षी पार्टी स्पीकर के इस्तीफे की मांग कर रही थीं. इस पूरे मामले पर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी माफी मांगी है.