K Radhakrishnan: पूर्व ISRO अध्यक्ष जिन्होंने ‘मॉम’ को मंगल पे पहुंचाया, ऐसे वैज्ञानिक जो कथकली और शास्त्रीय गायकी में भी बेमिसाल
केरल में जन्में राधाकृष्णन ने अपनी आत्मकथा में बताया कि कैसे मानसिक दबाव की स्थिति में उन्हें शास्त्रीय गायन ने सहारा दिया.
दिल्ली में ‘याद-ए-बिस्मिल्लाह’ का आयोजन, गीत-संगीत की प्रस्तुति से शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खान को किया गया नमन
राजधानी दिल्ली स्थित संस्कार भारती में ‘याद-ए-बिस्मिल्लाह’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. भारत एक्सप्रेस समाचार चैनल ने इस आयोजन में सहयोग दिया.
‘आप यहां बनारस बना दीजिए…’, अमेरिका में बसने के प्रस्ताव पर बिस्मिल्लाह खान ने जो कहा वो सबको सुनना और जानना चाहिए
बिस्मिल्लाह खान की उम्र जब 6 साल ही थी तब वह शहनाई की शिक्षा के लिए वाराणसी अपने मामा अली बख्श के पास आ गए थे. उनके उस्ताद मामा काशी विश्वनाथ मंदिर में शहनाई बजाते थे. यहीं से उन्होंने शहनाई को अपना पहला प्यार बनाया.
भारतीय शास्त्रीय संगीत का ‘मैक्डोनाल्डीकरण’
एक आम आदमी की नजर से वर्तमान पीढ़ी को देखने पर पता चलता है कि Gen-Z बच्चे वर्चुअल रियलटी में रह रहे हैं. माने एक ऐसी वास्तविकता जिसमें दुनियाभर के लाखों-करोड़ों लोग संगीत से जुड़े हैं.