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दिग्विजय सिंह ने बताया कि 2018 में विवेक तन्खा ने कांग्रेस के समर्थन में हजारों वकीलों को एकजुट किया, जिससे अंततः हमारी सरकार बनी. एक बार फिर वकील हमारे साथ खड़े हैं.

Rahul Gandhi Ladakh Visit: राजीव गांधी की जयंती मनाने के लिए लद्दाख दौरे पर राहुल गांधी पैंगोंग-त्‍सो झील तक बाइक से गए. कांग्रेस ने कहा कि वह लद्दाख के लुभावने परिदृश्यों में जीवन भर की यात्रा का आनंद ले रहे हैं. उनकी कई तस्‍वीरें सामने आई हैं. यहां देखें तस्वीरें-

अमेठी और रायबरेली संसदीय क्षेत्रों को आजादी के बाद से ही नेहरू-गांधी परिवार की राजनीतिक विरासत की थाती माना जाता है और इन दोनों क्षेत्रों में आने वाली 10 विधानसभा सीटों के परिणाम राहुल के ‘मिशन-2024’ की सफलता के लिहाज से न सिर्फ महत्वपूर्ण हैं, बल्कि उनके नतीजे कांग्रेस में उनके सियासी कद को भी तय भी तय करेंगे.

Adhir Ranjan Chowdhury: अधीर रंजन चौधरी को पीएम मोदी को लेकर की गई कुछ टिप्पणियों और उनके आचरण के कारण 10 अगस्त को सदन से निलंबित कर दिया गया था.

अजय राय ने भी अपने बयान में सधे हुए तरीके से कहा यदि प्रियंका वाराणसी से चुनाव लड़ती हैं तो उनका स्वागत है। इस बात की संभावनाएं न के बराबर हैं। हां प्रियंका का यूपी से जुड़ाव है तो पार्टी उन्हें यहां चुनाव लड़वा सकती है।

कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने राय की नियुक्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. आने वाले दिनों में राय यूपी कांग्रेस के हर फैसलों में शामिल दिखेंगे.

Delhi Congress: सूत्रों ने बताया कि दिल्ली कांग्रेस प्रमुख का फैसला करने में एक बार फिर देरी हुई है. 23 जुलाई के बाद दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष की घोषणा होने की उम्मीद थी. हालांकि अब एक बार फिर इसकी चर्चा शुरू हो गई है और इन दो नामों पर सहमति बन सकती है.

AAP vs Congress: लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस का प्रदर्शन आम आदमी पार्टी की तुलना में बेहतर था. हालांकि दोनों में से किसी भी दल के हाथ एक भी सीट नहीं आई थी.

चाचा भतीजे की मुलाकात से कांग्रेस यूं ही परेशान नहीं है। सिर्फ कांग्रेस ही नहीं विपक्षी मंच के अन्य दलों के माथे पर भी शिकन साफ दिखती है।

Rajesh Pilot mizoram News: इस साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं. बीजेपी आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय के एक ट्वीट पर सियासी गलियारों में ऐसा बवाल हो गया है, कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के खेमे एक होते दिख रहे हैं. गहलोत द्वारा सचिन के परिवार की विरासत को समर्थन देने को प्रदेश में कांग्रेस के एकजुट होने के रूप में देखा जा रहा है.