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Darul Uloom Deoband

Bakrid: मुफ्ती मुजम्मिल क़ासमी ने अपने बयान में मुसलमानों को सड़क पर नमाज पढ़ने से मना किया है और कहा है कि ईदगाह और मस्जिदों के परिसर के अंदर ही नमाज पढ़ें

Saharanpur: दारुल उलूम की तरफ से ये भी दावा किया गया है कि, 13 जून को जारी पत्र लिपिकीय गलती का नतीजा है, जिसे समझने में भूल हो गई. अंग्रेजी पढ़ने पर कोई रोक नहीं है.

Saharanpur: हाल ही में दारुल उलूम देवबंद में पढ़ने वाले छात्रों के अंग्रेजी और अन्य आधुनिक विषयों की कोचिंग लेने पर रोक लगा दी है. इस मामले में संस्थान ने सफाई भी दी है, लेकिन विवाद नहीं थम रहा है.

Madrasa Beard Case: हाल ही में इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारूल उलूम देवबंद ने मदरसा छात्रों को दाढ़ी कटवाने पर मदरसे से निकाले जाने का फतवा जारी किया था, जिसका समर्थन सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने किया है.