अडानी-अंबानी की साझेदारी भारत के आर्थिक पुनर्जागरण को कैसे दे सकती है गति
अडानी-अंबानी समूह की संभावित साझेदारी से FDI में गिरावट को रोकना और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के बीच विश्वास पैदा करना सहज होगा। यह साझेदारी डिजिटल बुनियादी ढांचे, नवीकरणीय ऊर्जा और ई-कॉमर्स में अवसरों को खोल सकती है, जिससे भारत इन क्षेत्रों में ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित हो सकता है।