देश की 22 क्षेत्रीय भाषाओं में तैयार की जाएंगी पाठ्य-पुस्तकें, शिक्षा मंत्रालय करेगा ये महत्वपूर्ण बदलाव
देश में हजारों पाठ्यपुस्तकें 22 क्षेत्रीय भाषाओं में तैयार की जाएंगी. प्रमुख भाषाओं में पंजाबी, हिन्दी, संस्कृत, बंगाली, उर्दू, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, तमिल, तेलुगु और ओडिया शामिल हैं, अब अन्य भाषाओं को भी जगह मिलेगी.