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संभल की मस्जिद के सर्वे का आदेश देने वाले न्यायाधीश आदित्य सिंह मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं. वर्ष 2018 में उनका सिलेक्शन हुआ था. कई जगह पोस्टेड रहे, 2023 में उनका प्रमोशन हुआ था.

Bharat Express Urdu Conclave में वरिष्ठ राजनेता जगदंबिका पाल ने हिंदू-मुस्लिम समुदाय के बीच आपसी सौहार्द बनाए रखने और गंगा-जमुनी तहजीब की बात की. उन्होंने माना कि आजादी दिलाने में उर्दू की भी अहमियत रही.

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क ने 27 अक्टूबर को ‘भारत एक्सप्रेस उर्दू कॉन्क्लेव’ का आयोजन किया. इसमें उर्दू के प्रसिद्ध विद्वानों और नेताओं ने हिस्‍सा लिया. डॉ. सैयद नासिर हुसैन ने क्‍या कहा, यहां जानिए.

श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मामले में उच्‍च न्‍यायालय (इलाहाबाद हाईकोर्ट) से मुस्लिम पक्ष को तब बड़ा झटका लगा, जब शाही ईदगाह मस्जिद कमेटी की रिकॉल अर्जी खारिज कर दी गई. अब ईदगाह कमेटी सुप्रीम कोर्ट में अपील करेगी.

Krishna Janmabhoomi News: मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज कर दी. हाईकोर्ट ने कहा कि हिंदू पक्ष की ओर से दायर 18 याचिकाएं एक साथ सुनी जाएंगी.

India Population: प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के एक अध्ययन के मुताबिक, भारत में हिंदुओं की संख्या कम हुई है. इसके अलावा जैन और पारसियों की आबादी भी घटी है.

Krishna Janmabhoomi Shahi eidgah Mosque Case: कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद मामले पर प्रयागराज स्थित उच्च न्यायालय में सुनवाई चल रही है. इस मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति मयंक कुमार जैन द्वारा की जा रही है.

काशी में ज्ञानवापी परिसर स्थित “व्यासजी के तहखाने” में हिंदू अनुयायी पूजा करते हैं. हालांकि, ये तहखाने की छत मुगलों द्वारा बनवाई गई मस्जिद से ढकी हुई है..जहां मुस्लिम नमाज अदा करते हैं. हिंदू पक्ष के वकीलों का कहना है कि “तहखाने” को ध्वस्त करने की साजिश रची जा रही है.

मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह विवाद के सभी मुकदमे एक ही तरह के हैं, जिनमें एक ही तरह के सबूतों के आधार पर फैसला होना है. लिहाजा, सालभर पहले उच्च न्यायालय ने कहा था कि कोर्ट का समय बचाने के लिए ये बेहतर होगा कि सभी मुकदमों पर एक साथ सुनवाई हो.

केंद्र सरकार ने CAA का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. लोकसभा चुनाव से पहले सरकार का यह बड़ा कदम है. तीन पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से प्रताड़ित होकर निकले हिंदू, सिख और बौद्ध अनुयायियों को अब भारतीय नागरिकता मिलेगी.