ज्ञानवापी परिसर के व्यास जी तहखाने में पूजा अर्चना.
Gyanvapi Vyas Tehkhana Hindu Puja: महादेव की नगरी काशी में ज्ञानवापी के मौजूदा ढांचे पर हिंदू-मुस्लिम अनुयायियों के अपने-अपने दावे हैं. कुछ महीने पहले न्यायालय ने ज्ञानवापी के एक तहखाने में हिंदु पक्ष को पूजा का अधिकार दे दिया. उस तहखाने को “व्यासजी का तहखाना” कहा जाता है, जहां हिंदू सदियों से पूजा भी करते आ रहे थे. यूपी की मुलायम सरकार ने 1993 में हिंदू पक्ष से यह अधिकार छीन लिया था. अब इसी “व्यास तहखाना” से संबंधित एक और याचिका हिंदू पक्ष ने लगाई है.
हिंदू पक्ष की याचिका में “व्यास तहखाना” की छत कमजोर होने का हवाला दिया गया है. याचिका में कहा गया है कि मुस्लिम नमाजी उस छत को ध्वस्त करने के इरादे से उस पर उछलते—कूदते हैं. इन सभी गतिविधियों पर रोक लगाई जाए, अन्यथा छत क्षतिग्रस्त हुई तो तल गृह में पूजा-पाठ व दर्शन कराने वालों को जान-माल को खतरा हो सकता है.
#WATCH ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष के अधिवक्ता अनुपम द्विवेदी ने कहा, “आज 2022 का प्रमुख केस 18…उसमें कई आवेदन लंबित हैं, हमने ज्ञानवापी मामले के शेष हिस्से के ASI सर्वेक्षण के संबंध में एक आवेदन दायर किया है, विशेष रूप से एन1 और एस1 के तहखानों का सर्वेक्षण जो पहले नहीं किया… pic.twitter.com/XTIivxw8NM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 19, 2024
“व्यास तहखाना” में पूजा-पाठ रुकवाने की फिराक में दूसरा पक्ष
हिंदू पक्ष की ओर से न्यायालय में अपील की गई है कि “ज्ञानवापी के मौजूदा ढांचे में तल गृह के रिसीवर जिलाधिकारी को तहखाने की मरम्मत का आदेश देते हुए छत पर मस्जिद पक्ष के लोगों को जाने से मना किया जाए.” इस संबंध में प्रार्थना पत्र मां शृंगार गौरी बनाम यूनियन ऑफ इंडिया वगैरह मुकदमे के वादी सुंदरपुर निवासी रामप्रसाद सिंह ने दाखिल किया. रामप्रसाद के वकील सुधीर त्रिपाठी, सुभाषनंदन चतुर्वेदी, दीपक सिंह की ओर दाखिल प्रार्थना पत्र में बताया गया कि अदालत के आदेश पर व्यास जी के तलगृह में पूजा-पाठ जारी है, लेकिन तल गृह की छत जर्जर व कमजोर है और अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद (मस्जिद पक्ष) के लोग छत पर इकट्ठा होकर उसे गिराकर पूजा-पाठ अवरुद्ध करने की फिराक में हैं. ऐसे में तत्काल उन लोगों की गतिविधियों पर विराम लगाया जाए.
छत से पलस्तर—कंक्रीट झड़ रहा, पत्थर भी टूटकर गिरा था
इस मामले में आज यानी कि मंगलवार को सुनवाई होनी थी, मगर अब न्यायालय में इस पर 11 अप्रैल को अगली सुनवाई होगी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हाल में ही सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया था कि तलगृह की छत जर्जर होने के कारण और उसके ऊपर मुस्लिम पक्ष के लोगों के जमावड़े के कारण छत से पत्थर—कंक्रीट टूटकर झड़ रहा है. पिछले दिनों भी एक पत्थर का टुकड़ा पूजा स्थल में विग्रह के पास आकर गिरा था, जिसके कारण “व्यास तहखाना” में पुजारी को भी गंभीर चोट आ सकती थी.
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— भारत एक्सप्रेस
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