Bharat Express

Indian Air Force

Kargil Airstrip: पहली बार वायुसेना के सी-130जे एयरक्राफ्ट ने कारगिल एयरस्ट्रिप पर रात के समय लैंडिंग की है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेंगलुरु में तेजस फाइटर जेट की मैन्‍यूफेक्‍चरिंग फैसेलिटी साइट पर जाएंगे. वहां वह HAL की विनिर्माण सुविधा की समीक्षा करेंगे. इस दौरान लड़ाकू विमानों की खरीद की राह भी साफ हो सकती है.

MiG-21 : रूस और चीन के बाद भारत मिग-21 का तीसरा सबसे बड़ा ऑपरेटर रहा है. मिग-21 को रूस से भी खरीदा गया. भारत-पाक युद्ध में मिग-21 ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. हालांकि, यह कई दशकों से हादसे का शिकार होते रहे हैं.

भारतीय सेना में अग्निवीर की भर्ती के बाद उनके स्थायी करने के नियमों में बदलाव हो सकता है. सेना चाहती है कि ट्रेनिंग के बाद हर बैच से करीब 50 परसेंट अग्निवीरों को सेना में स्थायी रूप से भर्ती किया जाए. इसके साथ ही टेक्निकल भर्ती की उम्र बढ़ाने पर भी विचार हो रहा है.

चीन और पाकिस्तान से लगी सीमाओं पर एयरफोर्स की निगरानी को मजबूत करने के लिए भारतीय वायु सेना ने अहम कदम उठाया है. वायु सेना ब्राजीलियाई एम्ब्रेयर विमानों पर आधारित 6 नए 'मेड इन इंडिया' नेत्र-I निगरानी विमान खरीदने जा रही है.

IAF Tejas Jets: देश में हल्के लड़ाकू विमान तेजस MK-1 को भारतीय वायु सेना (IAF) ने जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा एयरबेस पर तैनात किया है. वायु सेना का कहना है कि उसके पायलट्स घाटी में उड़ान की प्रैक्टिस कर रहे हैं. बता दें कि भारतीय वायुसेना ने 123 तेजस मांगे थे, जिसमें से 31 मिल चुके हैं. ये सभी तेजस मार्क -1 हैं.

Indian Air Force News: भारतीय वायु सेना के चार राफेल लड़ाकू विमानों ने छह घंटे से अधिक समय तक हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया.

एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि सी-130जे सुपर हरक्यूलिस, सी-17 ग्लोबमास्टर और एएन-32 विमानों का इस्तेमाल नैदानिक परिशुद्धता के साथ बाधाग्रस्त इलाके में निर्दिष्ट क्षेत्रों में सैनिकों और विशेष उपकरणों को डालने के लिए किया गया था

IAF को पाकिस्तान वायु सेना पर एक अलग बढ़त दी. भारतीय वायु सेना ने समर्पित वायु रक्षा के लिए नं 8 स्क्वाड्रन में स्पिटफायर को शामिल करने के बाद सेना को एक सहायक भूमिका से स्नातक किया.

टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) द्वारा विकसित, स्वायत्त प्रणाली को वर्टिकल टेक ऑफ और लैंडिंग (VTOL) के लिए डिज़ाइन किया गया है. ALS-50 एक खास युद्ध सामग्री है. इसे आप आत्मघाती ड्रोन की संज्ञा दी जा सकती है.