Gautam Adani की प्रेरणादायक यात्रा; उद्यमशीलता की सफलता का एक खाका
16 साल की छोटी सी उम्र में गौतम अदाणी ने औपचारिक शिक्षा छोड़कर मुंबई में उद्यम स्थापित करने का साहसिक निर्णय लिया था. यहीं पर उन्होंने शहर की महत्वाकांक्षा और आकांक्षा के लोकाचार को आत्मसात करते हुए हीरे के व्यापार में अपने कौशल को निखारा और अदाणी समूह को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया.