Bharat Express

Justin trudeau

अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन इंटरपोल ने खालिस्तानी आतंकी करणवीर सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया है. करणवीर सिंह पाकिस्तान में छिपा है. वो खालिस्तान समर्थक आतंकी संगठन बब्बर खालसा से जुड़ा है. ये रेड कॉर्नर नोटिस क्या होता है? और ये क्यों जारी किया जाता है? जानते हैं..

कनाडा में खालिस्तान समर्थकों ने फिर से भारत के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान कुछ खालिस्तानी समर्थकों ने वैंकूवर में भारतीय दूतावास के सामने तिरंगे को फाड़ दिया.

कनाडा के नेता प्रतिपक्ष पियरे पोइलिवरे ने एक बार फिर कनाडाई प्रधानमंत्री ट्रूडो की आलोचना की है. उन्होंने पीएम जस्टिन ट्रूडो से हिटलर के सैनिक का संसद में सम्मान करने के लिए माफी की मांग की है. इस मामले को तूल पकड़ता देख कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन्स के स्पीकर एंथनी रोटा ने माफी मांगी है. हालांकि ट्रूडो अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं.

खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोप भारत पर लगाकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो अपने ही घर में घिरते हुए नजर आ रहे हैं. विपक्षी नेता द्वारा आलोचना किए जाने के बाद अब कनाडा के रक्षा मंत्री ने भारत के साथ संबंधों को ‘महत्वपूर्ण’ बताया है.

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) के पूर्व अफसर के मुताबिक यूएस को किसी एक को चुनना पड़ा तो वो कनाडा के मुकाबले भारत को चुनेगा. माइकल रूबिन ने कहा है कि भारत-अमेरिका के रिश्ते बेहद अहम हैं. कनाडा की भारत से लड़ाई बिल्कुल वैसी है, जैसे किसी हाथी और चींटी की होती है.

जस्टिन ट्रूडो ने दो बार प्रधानमंत्री रहते सितंबर 2021 चुनाव से पहले तक खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ सख्ती दिखाई. सितंबर 2021 में हुए चुनाव में ट्रूडो की पार्टी को बहुमत नहीं मिला और सरकार बनाने के लिए उन्हें खालिस्तान समर्थक की अगुआई वाली पार्टी का समर्थन लेना पड़ा.

कनाडियन सरकार से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि चरमपंथी निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता के आरोप इंसानी व खुफिया जानकारी के अलावा ओटावा के 'फाइव आइज' खुफिया नेटवर्क के एक सहयोगी देश से मिली गोपनीय सूचनाओं पर आधारित हैं.

भारत और कनाडा के रिश्तों में लगातार तल्खी बढ़ रही है. पीएम जस्टिन ट्रुडो के बयान के बाद भारत की तरफ से की गई कार्रवाई की चर्चा अन्य देश भी कर रहे हैं.

भारत सरकार के सुत्रों के मुताबिक, पीएम ट्रूडो  के भारत के खिलाफ मोर्चा खोलने की वजह से उनकी कनाडाई लोगों के बीच में लोकप्रियता घट रही है.

हालिया विवाद के बाद भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है.