Bharat Express

Justin trudeau

जस्टिन ट्रुडो का विवादों से पुराना नाता रहा है। जून महीने में कनाडा में एक रैली निकाली गई, जिसमें भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को न्यायोचित ठहरने की कोशिश की गई।

भारत-कनाडा विवाद गहराता जा रहा है. खालिस्तानी मुद्दे को लेकर दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी बढ़ती जा रही है. इसी बीच भारत ने कनाडा सरकार को हिदायत दी है कि अपने 40 राजनयिकों को वापस बुला लें.

स्पेसएक्स के संस्थापक और सीईओ एलन मस्क ने ने कनाडा पीएम जस्टिन ट्रुडो पर फ्रीडम ऑफ स्पीच को दबाने का आरोप लगाते हुए सरकार की जमकर आलोचना की और खरी-खोटी सुनाई.

निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा में तनाव चल रहा है. इसी बीच कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि उन्हें यकीन है कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन अपने भारतीय समकक्ष के साथ निज्जर की हत्या का मुद्दा उठाएंगे. हालांकि, अमेरिका ने ट्रूडो की उम्मीदों पर पानी फेर दिया.

कनाडा और भारत के बीच बढ़ते तनाव के बाद से विदेशी निवेशकों द्वारा सितंबर महीने में भारत से 12,000 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की गई है. मार्केट एक्सपर्ट्स की मानें तो कनाडाई आउटफ्लो के कोई स्पष्ट संकेत नहीं हैं. इससे साफ है कि कनाडाई कारोबारियों को भारतीय बाजार पर पूरा भरोसा है.

कनाडा के सरे स्थित एक गुरुद्वारे में खालिस्तानी अलगाववादियों और मणिपुर के आदिवासी संगठन से जुड़े लोगों की मुलाकात हुई है. सरे के इस गुरुद्वारे का कंट्रोल निज्जर के पास ही था. इस दौरान ट्राइबल संगठन और हरदीप सिंह निज्जर के सहयोगियों के बीच एक मीटिंग भी हुई है.

कनाडा में मौजूद खालिस्तान समर्थकों और गैंगस्टरों पर भारत का डोजियर ट्रूडो के लिए मुसीबत का सबब बनता जा रहा था. एस जयशकंर ने साफ कर दिया है कि ट्रूडो की सियासत इसी साठगांठ से चलती है. भारत खालिस्तानियों के खिलाफ तमाम अहम सबूत कनाडा को सौंप चुका है.

अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन इंटरपोल ने खालिस्तानी आतंकी करणवीर सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया है. करणवीर सिंह पाकिस्तान में छिपा है. वो खालिस्तान समर्थक आतंकी संगठन बब्बर खालसा से जुड़ा है. ये रेड कॉर्नर नोटिस क्या होता है? और ये क्यों जारी किया जाता है? जानते हैं..

कनाडा में खालिस्तान समर्थकों ने फिर से भारत के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान कुछ खालिस्तानी समर्थकों ने वैंकूवर में भारतीय दूतावास के सामने तिरंगे को फाड़ दिया.

कनाडा के नेता प्रतिपक्ष पियरे पोइलिवरे ने एक बार फिर कनाडाई प्रधानमंत्री ट्रूडो की आलोचना की है. उन्होंने पीएम जस्टिन ट्रूडो से हिटलर के सैनिक का संसद में सम्मान करने के लिए माफी की मांग की है. इस मामले को तूल पकड़ता देख कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन्स के स्पीकर एंथनी रोटा ने माफी मांगी है. हालांकि ट्रूडो अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं.