Bharat Express

Justin trudeau

जस्टिन ट्रूडो ने न्यूयॉर्क में आरोप दोहराते हुए हरदीप निज्जर की हत्या में भारत का हाथ बताया. लेकिन ट्रूडो कोई भी ठोस सबूत पेश नहीं कर पाए हैं. निज्जर की हत्या में ट्रूडो भारत का हाथ बताकर इसे सियासी टूल किट की तरह इस्तेमाल करना चाहते थे.

India Canada Tension: जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि भारत का महत्व विश्व में बढ़ रहा है और भारत एक ऐसा देश है जिसके साथ हमें न केवल एक क्षेत्र में बल्कि दुनिया भर में काम करना जारी रखना है.

खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर बेतुका बयान देने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो जी-20 सम्मेलन के दौरान ही नाराज व परेशान दिख रहे थे। उन्होंने ललित होटल में भारतीय सुरक्षा लेने से मना कर दिया था।

India Canada Tension: विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि कनाडा ने हरदीप सिंह निज्जर मामले पर भारत के साथ कोई विशेष जानकारी शेयर नहीं की है.

खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर बेतुका बयान देने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो जी-20 सम्मेलन के दौरान ही नाराज व परेशान दिख रहे थे। उन्होंने ललित होटल में भारतीय सुरक्षा लेने से मना कर दिया था। वे दो दिन तक होटल से बाहर भी नहीं निकले थे।

India Canada Row: कनाडा में वीजा केंद्रों का संचालन करने वाले बीएलएस इंटरनेशनल ने अपनी वेबसाइट पर इसकी जानकारी दी है.

खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या में भारत का नाम घसीटने वाले कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो अमेरिका और ब्रिटेन को भी अपनी 'साजिश' का हिस्सा बनाना चाहते थे. लेकिन इस कोशिश में उन्हें बड़ा झटका लगा.

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का विवादों से गहरा नाता रहा है. संसद में ट्रूडो ने विपक्षी महिला सांसद की छाती पर कोहनी मारते हुए धक्का दे दिया था. इसके बाद पूरे कनाडा में बवाल हो गया. संसद ने ट्रूडो पर कड़ी कार्रवाई की वार्निंग दी.

G20 शिखर सम्मेलन के लिए ट्रूडो भारत आए थे. तब वापसी के समय उनका विमान घंटों तक दिल्ली एयरपोर्ट पर खड़ा रहा था. तब कहा गया ​कि विमान में तकनीक खामी आ गई. हालांकि अब मीडिया सोर्सेस के हवाले से उसके पीछे कुछ और ही वजह सामने आई है.

खालिस्तानी आतंकी निज्जर हत्याकांड में भारत के पलटवार से कनाडा बैकफुट पर आ गया है. पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि वे भारत को उकसाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. ट्रूडो के मुताबिक वो ये चाहते हैं कि भारत इस मुद्दे को ठीक से एड्रेस करे.