Kedarnath Dham के रक्षक भुकुण्ड भैरव नाथ के कपाट खुले, ये भगवान शिव के प्रमुख भक्त
Kedarnath Dham: केदारनाथ धाम के रक्षक भूकुंड भैरव नाथ के कपाट खुले, संध्या आरती शुरू. पहले दिन 30,154 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. चारधाम यात्रा में उत्साह, रविवार को बद्रीनाथ के कपाट खुलेंगे.
Kedarnath Dham नहीं जा पा रहे हैं तो निराश ना हों, घर पर ही पा सकते हैं शिव जी की कृपा
कहा जाता है कि, देवभूमि उत्तराखंड में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास है, जिससे जुड़ी कई पौराणिक कथा-कहानियां प्रचलित हैं. हर साल केदारनाथ धाम के कपाट खुलते ही लाखों श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए पहुंचने लगते हैं. क्योंकि केदारनाथ सिर्फ स्थान नहीं बल्कि ऐसा धार्मिक धाम हैं, जहां के कण-कण में शिव हैं.
Kedarnath Yatra 2025: शुभ मुहूर्त में खुले बाबा केदारनाथ धाम के कपाट, हेलीकॉप्टर से हुई पुष्पवर्षा
Kedarnath Yatra 2025: केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई 2025 को विधिविधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. अगले छह महीनों तक भक्त बाबा केदार के दर्शन कर सकेंगे. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में यह शुभ अवसर सम्पन्न हुआ.
बाबा केदार के दर्शन अब और आसान! शुरू हुई 2025 की हेलीकॉप्टर बुकिंग, जानिए पूरी प्रक्रिया
केदारनाथ धाम की यात्रा 2025 के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग 8 अप्रैल से शुरू हो गई है. इस बार यात्रा 2 मई से शुरू हो रही है. IRCTC ने बुकिंग प्रक्रिया को आसान बना दिया है.
क्या केदारनाथ धाम की पवित्रता पर मंडरा रहा है खतरा? गैर-हिंदुओं पर प्रतिबंध की चर्चा ने मचाया सियासी तूफान
केदारनाथ धाम में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध की चर्चा ने नया विवाद खड़ा कर दिया है. भाजपा इसे पवित्रता की रक्षा का कदम बता रही है, तो कांग्रेस ने इसे राजनीतिक चाल करार दिया.
मानसून के आगमन से पहले केदारनाथ धाम में उमड़ा जन-सैलाब, यहां 10 लाख श्रद्धालुओं ने किए ‘बाबा’ के दर्शन
बाबा केदार के दर्शन की यात्रा के संपन्न होने में अभी भी चार महीने का समय बचा हुआ है. अनुमान है कि यात्रा के अंत तक यहां पहुंचने वाले भक्तों की संख्या 25 लाख के पार हो सकती है.
VIDEO: केदारनाथ धाम के खुले कपाट, भारी बर्फबारी के बीच दर्शन के लिए भक्तों की उमड़ी भीड़, 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया है मंदिर, देखें वीडियो
Char Dham Yatra: उत्तराखंड स्थित केदारनाथ धाम के कपाट मंगलवार को दर्शन के लिए खोल दिए गए हैं. मंदिर के कपाट पूरे विधि विधान के साथ खोले गए हैं.