Mahakumbh 2025: समुद्र मंथन के बाद सर्पराज नाग वासुकि ने यहां किया था विश्राम, जानें दर्शन का क्या है विशेष महत्व
मान्यता है कि प्रयागराज में संगम स्नान के बाद नागवासुकि का दर्शन करने से ही पूर्ण फल की प्राप्ति होती है. नागवासुकि जी का मंदिर वर्तमान काल में प्रयागराज के दारागंज मोहल्ले में गंगा नदी के तट पर स्थित है.