रामचरितमानस के साथ ही भारत की ये कालजयी रचनाएं बनी विश्व धरोहर, UNESCO ने मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड एशिया-पैसिफिक रजिस्टर में किया शामिल
मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड एशिया-पैसिफिक रीजनल रजिस्टर मानवता की दस्तावेजी विरासत की सुरक्षा के लिए 1992 में यूनेस्को द्वारा शुरू किया गया था.