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Tahir Hussain

याचिका में कहा है कि उसे इसी अदालत ने 30 मार्च को जमानत देने से इनकार कर दिया था. इसके बाद अब नौ महीने हो गए हैं. उन्होंने कहा है कि उसका नाम प्राथमिकी में नहीं है. सह आरोपियों के बयान के आधार पर उसे आरोपी बनाया गया है.

दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी दल अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर रहे हैं. इसी क्रम में ओवैसी की पार्टी ने दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को चुनावी मैदान में उतार दिया है.

दिल्ली हाईकोर्ट ने 2020 दिल्ली दंगा मामले में आप के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन को राहत देते हुए एक एफआईआर को रद्द कर दिया. कोर्ट ने कहा कि यह एफआईआर पहले से दर्ज एक ही घटना का हिस्सा है और इसे पूरक चार्जशीट के रूप में माना जाए.

आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्सद ताहिर हुसैन और कई अन्य पर ​2020 के उत्तर-पूर्व दिल्ली दंगा मामले में गैरकानूनी गतिविधि निवारण अधिनियम (UAPA) के तहत आरोप लगाए गए हैं.

अदालत ने कहा कि इसमें उनकी भूमिका दूरस्थ प्रकृति की है और वह पहले ही तीन साल से अधिक का समय हिरासत में बिता चुके हैं.

दिल्ली दंगे के आरोपी पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले अपने खिलाफ दर्ज एफआई को रद्द करने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी. ईडी ने याचिका के सुनवाई योग्य नहीं होने की बात कही है.