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uttarkashi tunnel collapse

इस प्रोजेक्ट को 8 जुलाई 2022 तक पूरा होने था, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाया. सिलक्यारा टनल की कुल लम्बाई 4531 मीटर है, जिसमें से 4060 मीटर यानी 90 प्रतिशत लंबाई का कार्य पूरा हो चुका है और 477 मीटर लंबाई के लिए खुदाई का काम चल रहा था.

उत्तरकाशी की सिलक्यारा में टनल में फंसे 41 मज़दूरों के आज बाहर निकलने की संभावना है. पिछले तीन दिनों से हर रोज सूरज का उजाला यही उम्मीद लेकर आ रहा है. सबकी निगाहें टनल पर लगी हैं, सारे इंतजाम कर लिए गए हैं.

Silkyara Tunnel: आखिरकार सिल्कयारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के लिए 9 दिन में पहली बार अच्छी खबर आई है. दरअसल मजदूरों तक खाने पीने का सामान पहुंचाने के इंतजाम किया जा चुका है.

अब अधिकारियों ने ऑगर ड्रिलिंग मशीन बुलाई है, जो मलबे में 900 मिमी स्टील पाइप लगाएगी. ये पाइप फंसे हुए मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकलने के लिए रास्ता बनाएंगे. मौके पर ऑगर ड्रिलिंग मशीन के लिए प्लेटफार्म तैयार कर लिया गया है.